राजगढ़। ग्राम तिरला में शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मंडल पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस दौरान तिरला सहित आसपास गांव के स्वयंसेवक बड़ी संख्या में पूर्ण गणवेश के साथ शामिल हुए।
दोपहर बाद स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण हुआ। जहां पर ध्वज प्रणाम, एकल गीत एवं सामूहिक गीत के बाद मुख्य वक्ता संघ के धार जिला कार्यवाह बाबुलाल हामड़ ने स्वयंसेवकों को बौद्धिक देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य सामाजिक समरसता से देश को अखंडता की और ले जाना है। संघ जाति और वर्ग भेद से ऊपर उठकर सामाजिक समरसता का पैरोकार है। एक राष्ट्र बलशाली तब बनता है जब उस राष्ट्र के वासी अपने जीवन के अंदर सामाजिक समरसता को धारण करते है। व्यक्ती निर्माण के साथ ही भारत माता को पुनः परम वैभव के शिखर पर पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर संघ हिंदू समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है। इस दौरान मंडल कार्यवाह गुलाब वास्केल भी मंचासीन रहें।
बौद्धिक के बाद गांव में पथ संचलन शुरू हुआ। इस दौरान तिरला क्षेत्र के 8 गांवों के 100 से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल होकर कमदताल करते हुए निकले। इस दौरान अनेक स्थानों पर ग्रामीणों एवं सामाजिक संगठनो ने पथ संचलन का पुष्पवर्षा से स्वागत किया।