राजगढ़। लक्ष्य सेंट्रल स्कूल में स्काउट और गाइड के बच्चों का दीक्षा संस्कार समारोह भव्यता और गर्व के साथ सम्पन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एनएसजी कमांडो ट्रेनर नाना साहेब सनाप (बालाघाट) ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई।
उनके साथ वरिष्ठ समाजसेवी श्री साहू (इंदौर), विद्यालय प्रबंधक डॉ. बीएल परवार, जिला संगठन आयुक्त सुशील कुशवाह तथा विद्यालय प्राचार्य अर्जुन जाट भी उपस्थित रहे।
दीक्षा संस्कार के दौरान, स्काउट और गाइड के बच्चों को उनके शिक्षकों महेश अम्लीयर और गोपाल कर्मा द्वारा कर्तव्य और निष्ठा की शपथ दिलाई गई। साथ ही, बच्चों को स्कार्फ, बैज, और अन्य प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए, जो उनकी जिम्मेदारियों और सेवा के प्रति उनकी निष्ठा का प्रतीक हैं।
समारोह के पश्चात, सभी अतिथि विद्यालय में चल रही देशभक्ति गीत गायन प्रतियोगिता का हिस्सा बने। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने उत्साह और देशभक्ति की भावना का प्रदर्शन करते हुए सभी को भाव विभोर कर दिया।
मुख्य अतिथि नाना साहेब सनाप ने छात्रों को संबोधित करते हुए एक सैनिक और कमांडो के जीवन की कठिनाइयों और समर्पण के बारे में बताया। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने करियर में उनकी टीम ने कई बार दुश्मनों का सामना किया है लेकिन अच्छी ट्रेनिंग होने के कारण कभी भी एक भी साथी की जान नहीं गंवाई। उनके इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें कई बार मुख्यमंत्री, एसपी, और कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया है।सनाप ने कमांडो बनने की प्रक्रिया के बारे में भी छात्रों को जानकारी दी, और बताया कि वह स्वयं भी स्काउट के छात्र रहे हैं, और राज्यपाल तथा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।
वही सुशील कुशवाह ने दीक्षा संस्कार समारोह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेने की बात कही। इसके साथ ही, राष्ट्रीय जम्बूरी कैंप में भाग लेने वाले छात्र प्रिंस काग को स्काउट का तृतीय सोपान पूर्ण करने पर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में, विद्यालय के प्राचार्य अर्जुन जाट ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया, और बच्चों को नाना साहेब से प्रेरणा लेने की सलाह दी। इसके बाद, स्काउट और गाइड के बच्चों के साथ अतिथियों ने पौधारोपण किया।
यह दीक्षा संस्कार समारोह न केवल विद्यार्थियों को कर्तव्यनिष्ठा और देशभक्ति का पाठ पढ़ाने में सफल रहा, बल्कि उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने और समाज सेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित भी किया।