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उड़ती खबर : आईपीएल का त्यौहार हों और राजगढ़ के सटोरिये ना मनाए…?

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रमेश प्रजापति, राजगढ़। देश में अपनी लोकप्रियता प्रदर्शित करने वाले आईपीएल का रोमांचक खेल बड़े शहर ही नही बल्की अब गांव की गलियों में भी गुंजने लगा है। इस खेल में कई ऐसे बड़े घर के युवा भी जुड़ गए है कि वें अपनी लक्ष्मी को भी आईपीएल के खेल में खेलने लगे है। आईपीएल का नसा यानि क्रिकेट का मुकाबला इतना बड़ गया है कि युवा पीढ़ी आईपीएल के सट्टे में लिप्त हो गई है। तमाम दावों के बाद भी पुलिस प्रशासन आईपीएल के सटोरियों पर दंश कसने में नाकाम साबित हो रही है। या फिर यूं कहें कि पुलिस प्रशासन की कारस्तानी ही युवा पिढ़ी को आईपीएल के सट्टे में लिप्त करने के लिए मजबूर कर रही है। आखिर ऐसा क्या है कि देश के तमाम बड़े शहर में चलने वाला आईपीएल का सट्टा गांव की गलियों में भी चलते दिखाई दें रहा है। इस सट्टे में लिप्त युवाओं की संख्या एक दो नही बल्की सैंकड़ो में दिन ब दिन बड़ती जा रही है। अगर ऐसे ही हालात रहें तो निश्चित तौर पर युवा पिढ़ी अपने रास्ते से भटक कर अपनी जिंदगी को सट्टे के खेल में खत्म कर देंगी। युवा वर्ग इस आईपीएल क्रिकेट खेल को खेल ना समझते हुए त्यौहार में रंगते हुए दिखाई दे रहें है। उन्हें यह खेल किसी त्यौहार से कम नही दिख रहा है। जिस प्रकार त्यौहार की रंगत चैहरे पर दिखाई देंती है उसी तरह सटोरियों के चैरहे पर आईपीएल की रंगत दिखाई दें रही है।
बदलते जमाने के साथ क्रिकेट का काफी विस्तार हुआ हैं। क्रिकेट में सुमार आईपीएल का सीजन देश में अपनी पहचान बनाने में पीछे नही हटा हैं। जिस तरह क्रिकेट गली – गली तक पहुँचा हैं उसी तरह क्रिकेट के सटोरिये भी गली – गली में इन दिनों मिल ही जाएंगे। बात करें हम राजगढ़ की तो यहाँ क्रिकेट के सटोरियों की भरमार हैं और आईपीएल का सीजन इनके लिए किसी त्यौहार से कम नही है। राजगढ़ में कई सम्पन्न घर और धन्ना सेठों के बेरोजगार सपूतों के लिए यह आईपीएल का त्यौहार रोजगार के समान है। राजगढ़ में कई स्थानों पर आईपीएल का सट्टा इन दिनों खुब खेला जा रहा है। माना जाए तो राजगढ़ में डी कम्पनी ही पुरा खेल शोसल मिडीया के माध्यम से चला रही है। कई ऐसे बड़े ठिकानों पर बैठ कर आईपीएल का खेल गुलाबी रंगो के पत्तों में खेल रहें है। शोसल मिडिया के इस जमाने में क्रिकेट पर सट्टा लगाना इनके लिए और आसान हो गया है। राजगढ़ पुलिस भी इन क्रिकेट सटोरियों के गिरेबान तक पहुंचना चाहती है लेकिन पुलिस से पहले इन आईपीएल सटोरियों तक पुलिस के आने की खबर पहुंच जाती है। राजगढ़ में नौ जवानों द्वारा क्रिकेट सट्टा खेलना आम बात है लेकिन आईपीएल में यह क्रिकेट सट्टा अपना चरम सिमा पार कर जाता है। राजगढ़ के इन सटोरियों के तार कई बड़े शहरों से जुड़े हुए है। उड़ती खबर की इन सटोरियों के अड्डों पर निगाहे जमाए हुई है। राजगढ़ में हर वर्ष आईपीएल के दौरान क्रिकेट सट्टे पर लाखों का व्यापार होता है। इस वर्ष यह  क्रिकेट सटोरियें अंडरग्राउंड  होकर अपना कारोबार संचालित कर रहें है। इसलिए तो हम कह रहें है कि आईपीएल का त्यौहार हों और राजगढ़ के सटोरिए ना मनाए…? ऐसा हो नही सकता…


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