सरदारपुर। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देश पर एसडीएम आशा परमार ने महिला बाल विकास विभाग की मेगा बैठक आयोजित कर बिन्दुवार समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश दिए कि 429 आंगनवाड़ी केन्द्रो पर आने वाले छोटे बच्चो के भोजन के अधिकार के साथ पूर्ण न्याय होना चाहिए। इसके लिए कठोर कदम उठाए जाए।
एसडीएम ने महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी कमलसिंह निगवाल व 13 पर्यवेक्षको की समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केन्द्रो पर नाश्ता व बच्चो को गर्म ताजा पका हुआ गुणवत्ता पूर्ण मीनू अनुसार भोजन मिलना चाहिए। जहां भी आंगनवाड़ी केन्द्रो पर स्व सहायता समूह इसका पालन नही करते है, उनके सम्बन्ध में तत्काल उचित कदम उठाते एसे स्व सहायता समूहो का अनुबंध निरस्त करने के प्रस्ताव भेजे। महिला बाल विकास विभाग अधिकारी, पर्यवेक्षक सतत आंगनवाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करे कि बच्चो के भोजन, नाश्ते के साथ कोई खिलवाड़ न हो।
इस मामले मे सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का अक्षरशः पालन होना चाहिए।मे स्वयं आंगनवाड़ी केन्द्रो का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करुंगी कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर हो रहा है या नही, यदि मेरे निरीक्षण मे कही भी कोई लापरवाही पाई मिली तो महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक और स्व सहायता समूह के विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
एसडीएम परमार ने पूरक पोषण आहार के साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, पोषण पुनर्वास केन्द्रो की प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए इसमे तेजी लाने के निर्देश दिए।