सरदारपुर - विधानसभा

सरदारपुर – स्टोन क्रेशर को लेकर नई दिल्ली स्थित आयोग को शिकायत, पुलिस ने ग्रामीणों के बयान किए दर्ज, मैनेजर ने शराब पिलाकर करवाई मारपीट, जांच के बाद प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित पांच लोगों पर किया प्रकरण दर्ज

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सरदारपुर। ग्राम जुनापानी में स्थित स्टोन क्रेशर के प्लांट के मैनेजर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ राजगढ पुलिस ने मारपीट, एससी-एसटी एक्ट के में प्रकरण दर्ज किया है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद आयोग से धार पुलिस को जांच सौंपी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने इस पूरे मामले की बारीकी से जांच को लेकर आवेदन एसडीओपी सरदारपुर रामसिंह मेड़ा को सौंपा, जांच के दौरान ग्रामीणों के बयान दर्ज करने के साथ ही एसडीओपी ने राजगढ थाना पुलिस से भी प्रतिवेदन बुलवाया। जहां से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पुलिस के द्वारा वैधानिक कार्रवाई की गई हैं, इस मामले में थाने पर पदस्थ एसआई पर भी आरोप लगे थे। किंतु जांच में ग्रामीणों ने इस बात को अस्वीकार किया व एक शपथ पञ भी सौंपा था।

दरअसल सरदारपुर तहसील के ग्राम जुनापानी में ई-5 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड स्टोन क्रेशर कंपनी का प्लांट मौजूद हैं। प्लांट के कुछ लोगों ने ग्रामीणों की जमीन पर बेवजह नुकसान करने की कोशिश की थी, इस दौरान फसलों को भी नुकसान हुआ था। ऐसे में क्षेत्र के ग्रामीण कैलाश मेडा, उंकेरसिंह डामोर के द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली में एक शिकायत दिनांक 8 दिसंबर 2022 को की गई थी। जिसमें स्टोन क्रेशर के द्वारा फसलों की हुई क्षति के साथ पुलिस द्वारा सहयोग नहीं करने व प्रताड़ित करने की बात बताई थी, आयोग से मामले की जांच धार पुलिस को सौंपी गई। एसडीओपी कार्यालय सरदारपुर में क्षेत्र के ग्रामीणों को बुलाया गया, जहां पर बयान दर्ज हुए है।

इन बिंदुओं पर हुई थी शिकायत –
ग्रामीणों ने आयोग को दर्ज कराई शिकायत में बताया कि 9 नवंबर 2021 को उंकेरसिंह के खेत पर प्लांट वालों ने पौधे काट दिए थे, जिसकी आपत्ति लेने पर प्लांट के लोगों ने स्थानीय पुलिस को बुलाया था। तब राजगढ़ पुलिस उंकेरसिंह व उसके पिता शांतु डामोर को थाने पर लेकर गई। जहां पर पुलिस अधिकारी रामसिंह हटिला द्वारा मारपीट की गई व छोड़ने के एवज में 25 हजार रुपए मांगे। ऐसे में परिवार के लोगों ने 3 हजार रुपए की व्यवस्था कर दोनों को थाने से छुडवाया था, उसके बाद 8 दिसंबर 2022 को प्लांट वालों ने गांव के ही धन्ना पिता बुचा, हेमराज पिता धन्ना व प्रकाश पिता धन्ना को मैनेजर राहुल शर्मा के द्वारा शराब पिलाकर हमला किया गया था। जिसकी रिपोर्ट भी राजगढ़ पुलिस ने नहीं लिखी थी, इसी तरह से ग्रामीण कैलाश मेडा के साथ ही घटनाक्रम हुआ, गांव के लोग प्लांट वालों के खिलाफ शिकायत करने गए तो पुलिस ने सुनवाई नहीं की थी। इस मामले में शिकायत की जांच के दौरान राजगढ़ थाने से प्रतिवेदन प्राप्त हुआ।

विरोधाभासी बयान के बाद कहा हमें कोई शिकायत नहीं –
एसडीओपी मेडा के अनुसार उंकेरसिंह व उसके पिता शांतु से अलग-अलग चर्चा की गई, ग्रामीण उंकेरसिंह ने तीन हजार रुपए व उसके पिता ने साढे तीन हजार रुपए देने की बात कही। वहीं कैलाश ने फसल नुकसान को लेकर प्लांट के धन्ना, हेमराज व प्रकाश से विवाद होने की बात स्वीकार की, ऐसे में रुपयों को लेकर विरोधाभासी बयान देने व ग्रामीण दिनेश द्वारा पुलिसकर्मी को रुपए नहीं देने की बात सामने आने पर लेनदेन के आरोप अप्रमाणित पाए गए। जिसके बाद 28 जनवरी 2023 को ग्रामीणों ने एक शपथपत्र देकर बताया कि उन्हें राजगढ़ पुलिस से कोई शिकायत नहीं है। वहीं जांच के दौरान आवेदनकर्ताओं के पास कोई लेनदेन का साक्ष्य भी नहीं था।

ग्रामीण से हुई मारपीट –
पुलिस की जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि घटना दिनांक 08 दिसंबर 2022 को रात करीब 9 बजे आवेदक उकेरसिंह खेत में पानी फेरने के बाद घर लौट रहा था तभी कंपनी के गेट के सामने धन्ना, हेमराज व प्रकाश द्वारा प्लांट बंद होने व एग्रीमेंट के रुपए प्लांटवालों के द्वारा नहीं देने की बात पर मारपीट की थी। आरोपियों ने कंपनी के मैनेजर के द्वारा शराब पिलाकर मारपीट करवाने की बात सामने आने के बाद अब पुलिस के द्वारा कार्रवाई की गई है। पुलिस ने इस मामले में प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल कुमार, मैनेजर राहुल पिता मनोज सहित धन्ना, हेमराज व प्रकाश के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

पुलिस अधिकारी लाइन अटैच –
आयोग द्वारा इस मामले में धार कलेक्टर व एसपी को भी नोटिस जारी किया गया था। जिसके बाद धार एसपी भी आयोग के समक्ष पेश हुए थे। नुकसानी को लेकर ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग भी रखी थी, कई ग्रामीणों को मुआवजा मिलना है। इधर मामले की जांच के दौरान जिस पुलिस अधिकारी पर लेने के आरोप लगे थे, थाने से हटाकर लाइन अटैच एसपी के द्वारा किया गया है।

मामले की जाँच जारी –
एसडीओपी रामसिंह मेडा ने कहा की माननीय आयोग को ग्राम जूनापानी के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी, यह शिकायत धार पुलिस को प्राप्त हुई। प्लांट बंद होने की बात को लेकर मैनेजर के द्वारा गांव के ही तीन लोगों के माध्यम से मारपीट करवाने की बात सामने आई। जिसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की गई है। साथ ही जांच में रुपए लेनदेन की बात अप्रमाणित पाई गई। प्रकरण की जांच अभी जारी है।


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