राजगढ़। मंगलवार को नगर परिषद राजगढ़ द्वारा 18 करोड़ रुपये की लागत के कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया। इसमें 5 ई-रिक्शा कचरा वाहन तथा महाराणा प्रताप वाटिका में बच्चों के लिए मनोरंजन ट्रेन का लोकार्पण भी किया गया। इस मामले में बुधवार को नगर परिषद के पार्षद पंकज बारोड़, रमेश राजपूत, सन्नी सिसोदिया तथा पार्षद प्रतिनिधि अजय जायसवाल ने प्रेस वार्ता कर अध्यक्ष व सीएमओ पर विभिन्न आरोप लगाए।
भाजपा पार्षद पंकज बारोड़ ने कहा कि ई-रिक्शा कचरा वाहन खरीदी में भ्रष्टाचार होने की शिकायत कलेक्टर व एसडीएम को की गई थी। इस मामले की जांच अभी प्रचलित हैं। जिसके बाद भी इनके द्वारा विधायक प्रताप ग्रेवाल को अंधेरे में रखकर लोकार्पण करवाया। पार्षद बारोड़ ने कहा कि कुछ दिनों पहले एक अखबार में नगर परिषद द्वारा खबर लगाई थी कि इस मामले में उनको क्लीन चीट मिल गई हैं। जब हमने सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी तो उसमें पता चला कि अभी जांच प्रचलित है। साथ ही डूडा से भोपाल आयुक्त को इसकी जांच कर कार्रवाई करने हेतु आवेदन कलेक्टर द्वारा भेजा गया है। उन्होंने कहा कि जब तक इसकी जांच पूर्ण न हो तब तक एसडीएम द्वारा यह ई-रिक्शा जप्त कर नगर परिषद के कर्मचारी के सुपुर्द किए थे।
पुरानी मनोरंजन ट्रेन का करवा दिया लोकार्पण –
भाजपा पार्षद पंकज बारोड़ एवं रमेश राजपूत तथा पार्षद प्रतिनिधि अजय जायसवाल ने कहा कि यह मनोरंजन ट्रेन वर्तमान परिषद द्वारा नही बनवाई है। पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष सुरेश तातेड़ के कार्यकाल में इसका लोकार्पण हो चुका हैं। जब इसकी लागत करीब 8 से 9 लाख रुपये थी। अभी 4 लाख रुपये में इसको रिपेयरिंग करके तैयार की गई है। कल नगर परिषद अध्यक्ष व सीएमओ द्वारा विधायक प्रताप ग्रेवाल को अंधेरे में रखकर उनसे इसका लोकार्पण करवा दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो उनपर कार्रवाई की जाए।