दसाई। जीवन में चाहे कितनी भी वेदना क्यो ना हो यदि हम भगवान के समक्ष खडे होकर निष्ठा और विश्वास के साथ प्रार्थना करते है तो सारी पीडा और बडा से बडा संकट अपने आप दूर हो जाता। इसलिये जीवन में कभी भी प्रभु भक्ति से दूर नही होना चाहिए। सारे दुःख को हरने वाला हमारे साथ रहता है फिर धर्म में कंजुसी किस बात की उक्त विचार शनिवार को क्षेत्र का प्रसिद्व कांच का चारभुजा नाथ मंदिर में भागवत कथा के समापन अवसर पर पं. गजेन्द्र पोराणिक ने कहें।
पोराणिक ने श्रद्वालुओ से कहां कि संपूर्ण जगत भगवान में ही समाया हुआ हैं यदि हमारे जीवन में भगवान का सहारा ना होता तो इस जगत में हमारा कौन होता। दुःखो के बीच सुख की तलाश करना चाहते है तो उसका एकमात्र मार्ग भगवान की भक्ति है। श्रोताओ को कहा कि निरंतर भगवान का सुमिरण करते रहना चाहिये। राम नाम ही भवसागर से पार करने का सहारा है। सुबह से भक्तजन कथा का श्रवण करने के लिए बडी संख्या में चारभूजानाथ मंदिर में पहुचे थे। समापन अवसर पर महाआरती के साथ महाप्रसादी का आयोजन किया गया।



















