राजगढ़। नगर में दशा माता पर्व पर मंदिरों पर सुबह से ही महिलाओ की भीड़ रही। वही पांच धाम एक मुकाम श्री माताजी मंदिर पर सुहागिन महिलाओं ने बड़ी संख्या में पीपल वृक्ष की पूजा कर घर में सुख व समृद्धि की कामना की। व्रतधारी महिलाओं ने पीपल को भगवान विष्णु का स्वरूप मानकर पूजन किया। कच्चे सूत का 10 तार का डोरा बनाकर उसमें 10 गांठ लगाई। पीपल के पेड़ के चारों ओर दस बार घूमकर वृक्ष के तने पर पवित्र सूती धागे को बांधा।
वही मंदिर परिसर में व्रतधारियों महिलाओ को पूजन के बाद गुरुमां श्रीमती माया भारद्वाज द्वारा राजा नल और रानी दमयंती की कथा का श्रवण करवाया।
मंदिर के ज्योतिषाचार्य श्री पुरुषोत्तम जी भारद्वाज ने बताया कि होलिका दहन के दसवें दिन चैत्र कृष्ण पक्ष की दशमी को दशा माता पर्व मनाया जाता है, इस दिन सुहागिन महिलाएं पीपल के वृक्ष की पूजा करती है। पूजा के बाद घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर हल्दी और कुमकुम से रेखाचित्र बनाती है। दशा माता पर्व पर महिलाओं द्वारा अपने परिवार की सुख-समृद्धि और बुराई से रक्षा के लिए प्रार्थना की गई।