राजगढ़। धर्मनगरी राजगढ़ में रविवार को सनातन धर्म के 13 मंदिरों में विधिपूर्वक श्रीमद् भागवत महापुराण की स्थापना की गई। इस अवसर पर कथा पुराणियों ने मंत्रोच्चार के साथ श्रीगणेष पूजन, कलश एवं श्रीमद् भागवत महापुराण का पूजन कराया। इसके बाद कथा स्थल पर कलष स्थापना एवं पौथी की स्थापना कराई गई। किया। स्थापना के बाद आरती एवं प्रसाद का वितरण किया गया। सोमवार से कथावाचन प्रारंभ होकर आगामी एक सप्ताह तक नगर में धर्म गंगा की बयार बहेगी। समापन पर ऐतिहासिक धर्मयात्रा निकाली जाएगी।
महापुराण की स्थापना श्री शेषषायी राधाकृष्ण राजपूत समाज मंदिर, तीन बत्ती स्थित श्रीराम मंदिर, श्री राधाकृष्ण गवली समाज मंदिर, श्री सेन समाज मंदिर, श्री राम देववंशीय लौहार समाज मंदिर, श्री माताजी मंदिर, श्रीचारभुजा मंदिर, दलपुरा स्थित श्रीआईमाता मंदिर, श्रीराम मंदिर, श्री रामदेव चारण समाज मंदिर, मालीपुरा स्थित महादेव मंदिर, श्री लालबाई फूलबाई मंदिर, मंडी स्थित महादेव मंदिर पर विधिपूर्वक भागवत पौथी की स्थापना की गई।
प्रतिदिन होंगे धार्मिक आयोजन –
श्री चारभुजा युवा मंच अध्यक्ष सौरभ गर्ग ने बताया कि कथा महोत्सव के चलते प्रतिदिन धार्मिक आयोजन होंगे। इसके तहत तीन सितंबर को सामूहिक डोल यात्रा, चार को श्रीकृष्ण जन्मवाचन समारोह यात्रा निकाली जाएगी। वही सात सितंबर को पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण होनेे के कारण इस दिन समापन धर्मयात्रा नहीं निकाली जाएगी। मंदिरों में दोपहर आरती के बाद पट बंद कर दिया जाएगे।
इसके चलते एक दिन बाद यानि आठ सितंबर को प्रातः 11 बजे श्रीमाताजी मंदिर से यात्रा निकाली जाएगी। मंच सचिव संरक्षक धारासिंह चौहान ने बताया कि यात्रा को लेकर गत दिनों श्रीचारभुजा मंदिर परिसर में मंच के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में यात्रा में व्यवस्था को लेकर अलग-अलग समितियां बनाकर दायित्व सौंपे गए हैं।