सरदारपुर। जहां एक और सरकार ग्राम पंचायत में लाखो करोड़ों के विकास कार्य करने के लिए रुपए का आवंटन करती है मगर जमीन स्तर पर जिम्मेदारों की लापरवाही व आंखें बंद कर कुंभकरण की नींद सोए अधिकारियों के चलते कहीं विकास कार्य सही से नहीं हो पाते हैं। ऐसा ही नजर इन दिनों सरदारपुर तहसील के श्यामपुर ठाकुर में देखने को मिला जहां निर्माण कार्य तो किया जा रहा है मगर सरिया को जमीन के ऊपर छेद करके लगा दिया है वही आप इसे अंदाजा लगा सकते है कि सरकारी कामो मे गुणवत्ता केसी होना चाहिये इसके लिये निर्माण कार्यो के लिये इंजीनियरों की तैनाती होती है। लेकिन जो काम इन जवाबदारो को करना चाहिये वह काम जनप्रतिनिधि कर रहे है। सरदारपुर तहसील की ग्राम पंचायत श्यामपुरा ठाकुर मे भाजपा नेता एंव जिला पंचायत प्रतिनिधि सुनिल गामड की जागरूकता के कारण लाखो के स्कुल भवन का गुणवत्ताहीन कार्य समय रहते रुक गया नही तो इस भवन का भगवान ही मालिक था।
23 लाख की लागत बना है भवन-
ग्राम पंचातय श्यामपुरा ठाकुर मे करीब 23 लाख की लागत से प्रावि भवन का निर्माण होना था। निर्माण कार्य केे लिये ले आउट डाला गया यहा तक तो ठीक था। लेकीन भवन निर्माण के लिये जिस नीव का मजबुत होना था वही से गुणवत्ताहीन कार्य की शुरुआत की गई। भवन निर्माण के लिये खडे बीम गड्डे खोदकर एंव जाल बनाकर नही खडे किये गये बल्कि जमीन मे कुछ छेद करके कालम खडे कर दिये गये। जिला पंचायत प्रतिनिधि सुनिल गामड ने जब इस तरह का गुणवत्ताहीन कार्य देखा तो उन्होने निर्माण कार्य के विडीयो एंव फोटो वाइरल कर दिये।
मामले ने तूल पकड़ा तो निर्माण कार्य रुकवा –
जब इस मामले को लेकर जिम्मेदारों की आंख खुली तो मौके पर पहुंच कर अगले दिन भवन का निर्माण कार्य रुकवा दिया और जो कालम भरे गये थे उनके सरिये कटवाकर गुणवत्ताहीन निूर्माण हटा दिया खैर यह तो एक जागरूक जनप्रतिनिधि की जागरूकता एंव सक्रियता के चलते हो पाया है। लेकीन तहसील क्षैत्र मे इस तरह केे कई निर्माण कार्य नीति नियमों को ताक पर रखकर किये जा रहे है। जिनका जल्द खुलासा किया जायेगा।