सरदारपुर। ग्राम लाबरिया की आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक गोवर्धनलाल मारू के ठिकानों पर बुधवार अल सुबह से लोकायुक्त की तीन टीमों द्वारा दबिश देकर कार्यवाही की गई। लोकायुक्त को प्रबंधक गोवर्धनलाल के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। इसी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की तीन टीमो ने प्रबंधक के अलग-अलग ठिकानों पर कार्रवाई की। जिसमें चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।
तीन टीम में शामिल रहे 65 कर्मचारी –
लोकायुक्त की टीम बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे 18 चार पहिया वाहनों से ग्राम लाबरिया पहुंची। जिंसके बाद एक टीम प्रंबधक के बदनावर रोड स्थित घर पर, दूसरी।टीम प्रंबधक के फॉर्म हाउस पर व तीसरी टीम ने गोडाउन पर एक साथ दबिश दी। तीनो टीम में शामिल करीब 65 कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई शुरू करते हुए लेन देन सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की गई। इस दौरान लोकायुक्त के अधिकारियों के साथ ही पुलिस बल भी तैनात रहा।

सोने-चांदी के साथ ही नगदी भी मिला –
लाबरिया में प्रबंधक गोवर्धनलाल मारू के यहां जैसे ही लोकायुक्त की कार्रवाई की जानकारी मिली। वैसे ही ग्रामीणों में कौतूहल का विषय बन गया। लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के के अनुसार प्रंबधक गोवर्धनलाल मारू के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की शिकायत गई थी। जिसकी तस्दीक करने पर शिकायत सही पाई गई। लोकायुक्त टीम को कार्यवाही में 2 लाख 4 हजार 115 रुपये नगद, सोना 145 ग्राम जिसकी कीमत 15 लाख 52 हजार 550 रूपये है और चांदी 1 किलो 230 ग्राम कीमत 96 हजार 219 रूपये की जप्त किए गए। वही अन्य सामग्री में फर्नीचर, मोबाइल, AC आदि तलाशी पर पाया गया जिसकी कीमत 16 लाख 98 हजार 500 रुपये बताई गई है।

4 करोड़ 69 लाख से अधिक की संपत्ति का हुआ खुलासा –
जानकारी के अनुसार वर्ष 1984 में गोवर्धन लाल मारू 300 रुपये प्रति माह सेल्समैन के पद पर पदस्थ हुए थे और वर्तमान में यह प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। यदि पूरी नौकरी के दौरान आय का आंकलन किया जाए तो कुल 80 लाख रुपये अर्जित होती है, वही उनकी पैतृक संपति भी हैं। जिससे 40 लाख रुपये की आय का अनुमान हैं। लेकिन अभी तक की लोकायुक्त की कार्रवाई में प्रबंधक गोवर्धन लाल मारू के यहां से 4 करोड़ 69 लाख 88 हजार 77 रुपये से अधिक की चल अचल संपति की मिली हैं।

















