दसई। ग्राम दसई में तुलसी विवाह का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर चारभुजा मंदिर से भगवान सालीग्राम का भव्य बनोला निकला। जो गांव के प्रमुख मार्गो से होते हुए पुनः चारभुजा मंदिर पहुंचा। जहां पर मंदिर में तुलसी विवाह हुआ। हिंदू धर्म में तुलसी को धन की देवी मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। उनकी आराधना से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। तुलसी विवाह पर उनकी पूजा करना और भी लाभकारी होता है।
तुलसी विवाह आयोजन के लाभार्थी नानुराम भालोड परिवार था। मान्यता है कि देव उठनी एकादशी के दिन उनका विवाह भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम से कराया जाता है। इससे साधक को कन्यादान के समान फल की प्राप्ति होती हैं। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को तुलसी विवाह का त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान देवउठनी एकादशी का व्रत भी रखा जाता है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु चार माह के लंबे योग निद्रा से जागते हैं।
पंचांग के अनुसार इस साल तुलसी विवाह पर हर्षण योग का निर्माण हो रहा है, जो शुभ मुहूर्त में कर रह इसके बाद वज्र योग बन रहा है। इस संयोग में तुलसी पूजन करने से वैवाहिक जीवन की सभी समस्याओं का निवारण होता है, और धन लाभ के योग बनते हैं। तुलसी विवाह कार्यक्रम में ग्राम दसई सहित अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।