सरदारपुर। एसडीएम कार्यालय पर आदिवासी समाज के युवाओं ने भागोरिया हाट में राजनीतिक दल के झंडे प्रतिबंध करने की मांग को लेकर एसडीएम आशा परमार के नाम ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन में बताया कि अंचल में भागोरिया हाट प्रारंभ हो चुका हैं। धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी सहित अन्य जिलों में सदियों से प्रतिवर्ष होली दहन के सात दिवस पूर्व साप्ताहिक हाट को आदिवासी समाज भागोरिया हाट को एक त्योहार व उत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मानते हैं।
आदिवासी समाज अपनी परम्परागत, वेशभूषा, आभूषण, गायन, वाद्य यंत्र ढोल, माँदल, बसुरी के साथ सजधज कर अपने गांव से महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग सहित सामूहिक, समूह बनाकर भागोरिया हाट में शामिल होते हैं और ढोल, मांदल, बांसुरी पर नाचते-गाते हुए, गेहर के में निकलते हैं। सरदारपुर तहसील में राजगढ़, अमझेरा, सरदारपुर, रिंगनोद, गुमानपुरा, तिरला, जोलना, गोलपुरा, भोपावर में भगोरिया हाट लगाता हैं, उसी दौरान राजनीतिक दल के लोगों द्वारा गैहर में झण्डा वितरण किया जाता हैं। उससे हमारा त्योहार, उत्सव राजनीतिक बन जाता हैं और समाज की सामूहिकता, समूह की एकता राजनीतिक दलो में बिखर जाती है। और समाज की एकता, सामूहिकता, समरसता का विभाजन हो जाता हैं।
ज्ञापन में मांग की गई कि भगोरिया हाट में राजनीतिक दल द्वारा मंच लगाकर स्वागत व गैहर में राजनीतिक दल का झण्डा वितरण करने पर प्रतिबंध लगाया जाए तथा भागोरिया हाट में असामाजिक तत्व द्वारा माता, बहनों के साथ धक्का मुक्की करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए।