राजगढ़। रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राजगढ़ खंड के गुमानपुरा एवं पिपरनी मंडल का संचलन निकला। दोनों ही स्थानों पर बड़ी संख्या में गणवेशधारी स्वयंसेवक अनुशासन में कदमताल करते हुए निकले। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवको का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
ग्राम पिपरनी में सीरवी समाज धर्मशाला में स्वयं सेवकों का एकत्रीकरण हुआ। यहां मुख्य वक्ता के रूप में संघ के जिला संघ चालक बाबूलाल हामड़ मौजूद रहे। वही गांव के वरिष्ठ दिनेश पडियार व मंडल कार्यवाह गोविंद सोलंकी भी मंचासिन रहे। पिपरनी मंडल के 6 गांवो से स्वयंसेवको ने संचलन में सहभागिता कि।

गुमानपुरा में हाईस्कूल परिसर में हुए एकत्रिकरण में मुख्य वक्ता के रूप में संघ के रिंगनोद उपखंड के बौद्धिक शिक्षण प्रमुख देवेंद्र सतपुड़ा शामिल हुए। वही गांव के वरिष्ठ नारायण चौधरी व मंडल कार्यवाह देव सिलाका भी मंचासिन रहें। संचलन में गुमानपुरा मंडल के 9 गांवों से स्वयंसेवको ने सहभागिता की। दोनों ही स्थानों पर परिचय, अमृत वचन व एकल गीत के बाद वक्ताओं ने उपस्थित स्वयंसेवको को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ की शाखा के माध्यम से ही व्यक्ति का निर्माण होता हैं।
संघ का स्वयंसेवक विभिन्न अनुसांगिक संगठनों के माध्यम से समाज सेवा का कार्य कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि समरस हिन्दू समाज ही वैभवशाली हिन्दुस्थान की नींव है। उन्होंने संघ के पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक कर्तव्य व स्वदेशी आधारित जीवन शैली को अपनाने का आव्हान किया।