दसाई। गपण्पति बप्पा मोरिया अगले बसर तू जल्दी आ के जयघोष लगाकर भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जित करने का क्रम मंगलवार को सुबह से प्रारम्भ हो गया जो देर रात तक चलता रहा। वही रात 12 बजे से हरदेवलाला चौरक से बप्पा की बिदाई में झिलमिलाती झांकियों का कारवां निकला जो बुधवार अलसुबह तक चलता रहा।
विभिन्न गणेशत्सोव द्वारा एक से बढकर एक झांकिया प्रस्तुत की जिसने सभी का मनमोह लिया। झांकियों को देखने के लिए दसाई सहित आसपास से जनसैलाब उमड गया। लोग देर रात तक रतजगा कर झिलमिल झांकिया का पूरा-पूरा आनंद लिया।
तेजाजी गणेश उत्सव समिति द्वारा जय लकंश पर आधारित झांकी, लालबाई-फुलबाई समिति हस्त्निापूर पर सुन्दर झांकी को लोगो ने खूब पसंद किया वही गणेश मन्दिर द्वारा शिवाजी महाराजा पर आधारित झांकी निलाकी गई भवानी माता मन्दिर द्वारा मिसाल बनाई गई खोखामाता मन्दिर गणेश उत्सव द्वारा माता सीता का हरण का दृश्य झांकी में दर्षाया गया अम्बिका माता मन्दिर द्वारा वेदो पर आधारित झांकी लोगो की पसंद रही। महाकाल गणेश उत्सव द्वारा किसान को अपनी फसल का उचित मूल्य मिले वही सोयाबीन के भाव 6000 रुपये होना चाहिये पर आधारित झांकी थी।
इसके अलावा सिद्वी विनायक गणेश समिति, चंदनवावडी, खोका माता मंदिर द्वारा सीता हरण का दृश्य दिखाया। इच्छा पूर्ण हनुमान मंदिर द्वारा शिव हनुमान का दृश्य दिखाया गया इसके सहित अनेक गणेश उत्सव द्वारा भी झांकिया प्रस्तुत की। नगर में जैसे ही झिलमिलाती झांकी का कारवां निकला कई मंचो द्वारा स्वागत झांकी के निर्माताओ का स्वागत किया गया।