राजगढ़। श्री राजेंद्र सूरि शासकीय महाविद्यालय में सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत लघु एवं कुटीर उद्योग के विकास एवं स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो.एल.एस.अलावा ने की तथा उन्होंने विद्यार्थियों को स्वदेशी वस्तु अपनाने के बारे में बताते हुए देश के विकास में सहयोग की बात कही है। कला संकाय विभागाध्यक्ष प्रो.सरिता जैन ने लघु एवं कुटीर उद्योगों के बारे में विशेष जानकारी देते हुए स्वदेशी वस्तु को अपने पर विशेष जोर दिया ताकि विकसित भारत 2047 का सपना पूर्ण हो सके। इसके लिए वैश्वीकरण के स्थान पर स्वदेशीकरण पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के वाणिज्य अध्ययन मंडल अध्यक्ष प्रो. आर.के. जैन ने स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर विशेष जोर दिया तथा साथ में एन.एस.एस के स्थापना दिवस पर अधिक से अधिक विद्यार्थियों को एन.एस.एस की इकाई से जुड़ने के लिए प्रेरित किया हैं।
डॉ डी.एस.मुजाल्दा करियर प्रकोष्ठ नोडल एवं कार्यक्रम के प्रभारी ने कुटीर उद्योग के बारे में सरकार की योजना एवं शर्तों सहित विस्तृत जानकारी दी तथा स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर भी जोर दिया। प्रो.अंजलि भाटी कार्यक्रम के प्रभारी ने स्वदेशी वस्तुओं के बारे में विस्तृत जानकारी थी तथा स्वदेशी वस्तुओं की पहचान करने के तरीके एवं स्वदेशी वस्तुओं के नाम भी बताते हुए उन्होंने स्वदेशी वस्तु को अपनाने की अपील की एवं सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के नोडल डॉ. मोहित सिंह चौहान ने कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. डी.एस. मुजाल्दा एवं प्रो.अंजलि भाटी द्वारा किया गया तथा आभार कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बी .एस. बघेल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में 80 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित थे एवं महाविद्यालयीन स्टाफ मौजूद रहा।


















