राजगढ़। श्री राजेंद्र सूरी शासकीय महाविद्यालय सरदारपुर -राजगढ़ में शासन के निर्देशानुसार बाल विवाह के दुष्प्रवावों एवं परिणामों से विद्यार्थियों को जागरूक कराने हेतु महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. एल.एस अलावा के मार्गदर्शन में एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता गायत्री राठौर माहिला बाल विकास सुपरवाईजर सरदारपुर द्वारा बाल विवाह के दुष्परिणाम बताते हुए विद्यार्थियों को बाल विवाह न करने और इस कुप्रथा को बंद करने का आहवान किया।
वही रीना कटारा माहिला बाल विकास सुपरवाईजर राजगढ़ द्वारा छोटी उम्र में विवाह होने के दुष्परिणाम बताए और समाज में बाल विवाह को किस प्रकार से रोका जा सकता है उनके उपाय बताए। प्रकाश तिलक जिला समन्वयक (सेडमैप) द्वारा सोशल मिडिया द्वारा बाल विवाह को रोकने के उपाय बताए। प्राचार्य प्रो.एल.एस. अलावा द्वारा विद्यार्थियों को बाल विवाह न करने एवं समाज को जागरूक करने की सलाह दी गई। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. ममता दास द्वारा बाल विवाह रोकने के अधिनियम बताए गए।
संस्था की छात्रा कु. कोमल परमार एवं कु. उर्मिला कुमावत को बाल विवाह प्रतिशेध के लिए एंबेसेडर बनाया गया तथा बाल विवाह से समाज में उत्पन्न होने वाले दुष्परिणामों पर सामुहिक विचार विमर्श करने हेतु एक समिति बनाई गई। जिसमें प्राचार्य प्रो.एल.एस. अलावा, डॉ. ममता दास, लालिमा विजयवर्गीय, डॉ.राधा अलन्से, डॉ.मोहितसिंह चौहान, डॉ.निधि बाजपेई सदस्य है। विद्यार्थियों दानिष खान, कल्पना कटारे, करण भिडे, वन्दना भुरिया, अनमोल सोलंकी, खुषबु भुरिया, कोमल परमार द्वारा स्लोगन पोस्टर के माध्यम से बाल विवाह के दुष्प्रभावों को बताया गया।
क्रार्यक्रम में डॉ. मोहितसिंह चौहान, स्नेहलता मण्डलोई, डॉ.राधा अलन्से, रीना खाण्डेकर, महेन्द्र अलावा, दीपेश डांगी, कमलेश चौहान, महेश उपाध्याय, अजय राठौर, बिन्दु गोखले, मीना अलावा, योगेश सांकला महाविद्यालय के विद्यार्थी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी डॉ. ममता दास द्वारा किया गया एवं आभार डॉ.निधि बाजपेई ने व्यक्त किया।