राजगढ़। राजगढ़ की कृषि उपज मंडी में भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) द्वारा प्रदेश सरकार के जमीन अधिग्रहण कानून वापस लिए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन जारी है। चार दिनों से धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारी व किसानों का कहना है कि अभी तक कोई भी उनकी समस्याओं को सुनने के लिए नहीं पहुंचा।
इन मांगों को लेकर किया जा रहा धरना प्रदर्शन –
राजगढ़ की कृषि उपज मंडी में भारतिय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा 16 अप्रैल से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया हैं। धरना प्रदर्शन जमीन अधिग्रहण कानून वापस लिए जाने, जिला सहकारी बैंको की ऋण राशि जमा करवाने की अवधि बढ़ाई जाने, प्रदेश की सभी अनाज मंडियों में 2 तौल काटे किए जाने एवं भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा पूर्व में दिए गए मांगो के ज्ञापन के निराकरण किए जाने की मांग को लेकर किया जा रहा है। जिसमे प्रतिदिन दिन धार जिले से विभिन्न स्थानों से यूनियन के पदाधिकारी तथा किसान शामिल हो रहें हैं।
प्रदेश में 40 स्थानों पर जारी है धरना –
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष राकेश सोलंकी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा जो भूमि अधिग्रहण विधेयक ‘ मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश (संसोधन) अधिनियम -2025 पारित किया गया हैं, यह किसानों के हित में नही हैं। उन्होंने बताया कि जमीन अधिग्रहण कानून वापस लिए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर इंदौर संभाग में 4 से 5 स्थानों पर तो पूरे प्रदेश में करीब 40 स्थानों पर भारतीय किसान यूनियन(टिकैत) द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। 4 दिन बीत जाने के बाद शासन-प्रशासन की और से अभी तक कोई उनकी बात सुनने को नही पहुंचा हैं। जिलाध्यक्ष सोलंकी ने कहा कि अगर किसानों के प्रति सरकार का यही रवैया रहा तो आगे चक्काजाम करेंगे तथा जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन भी करेंगे।
वही चौथे दिन के धरना प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला सचिव जीवन पाटीदार, रवि जाट सरदारपुर तहसील अध्यक्ष, कृष्णा पटेल धार तहसील अध्यक्ष अक्षयराजसिंग राजावत, यशवर्धनसिंग, युवराजसिंग, सुदर्शन सिंह ,पुरषोत्तम पाटीदार, महेश पाटीदार, मनीराम जाट, दिनेश जाट, राहुल जाट सहित अन्य शामिल हुए।