राजगढ़। राजेंद्र भवन राजगढ़ में परम पूज्य गच्छाधिपती हितेशचंद सुरिश्वरजी महाराज साहब के आज्ञानुवर्ती मुनी पुष्पेंद्रविजयजी महाराज साहब, मुनी रूपेंद्रविजयजी महाराज साहब एवं मुनि जीतचंद्रविजयजी महाराज साहब की पावन निश्रा में चल रहे ज्ञानांजन चातुर्मास के अंतर्गत आठ दिवसीय पर्यूषण पर्व चल रहै है जिसके अंतर्गत चौथे दिन मुनी पुष्पेंद्रविजयजी महाराज साहब ने कल्पसूत्र ग्रंथ का वाचन प्रारंभ किया। मुनि श्री को कल्पसूत्र वोहराने का लाभ श्री अशोक कुमार राजमलजी भंडारी परिवार ने लिया एवं अष्टप्रकारी पूजा का लाभ पारसमलजी काकरिया परिवार ने लिया।
पर्व के तहत नगर के सभी जैन मंदिरो पर भगवान की आकर्षक अंगरचना भी रोज हो रही है तथा प्रवचन, प्रतिक्रमण आदि कार्यक्रम में सभी समाजजन पधार रहे हैं। पर्व के पांचवें दिन राजेंद्र भवन में दोपहर 2 बजे से भगवान महावीर स्वामी का जन्म वाचन समारोह प्रारंभ होगा जिसमें 14 सपनों की बोलीया भी लगाई जाएगी जिसमें सभी समाजजन बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
इस दिन दोनों समय का स्वामीवात्सल्य भी रहता है। भगवान महावीर के जन्म के समय प्रियवंदा दासी बनने की बोली का लाभ विमल साइकिल वालों ने लिया। श्रीराजेंद्र भवन, नवरत्न आराधना भवन, स्थानक भवन सभी जगह पर्यूषण पर्व बडे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। अनेक श्रावक श्राविका इस दौरान तप के साथ पौषध भी ले रहे हैं। पर्यूषण पर्व के समापन पर सामूहिक क्षमापना का आयोजन भी होगा। सभी समाजजनों में पर्यूषण पर्व को लेकर बहुत उत्साह का माहौल है। समाज के सभी वरिष्ठजन एवं चातुर्मास समिति के सभी सदस्य व्यवस्थाओं में लगे हुए हैं।



















