सरदारपुर – कांग्रेस ने वर्षा से नष्ट सोयाबीन की फसल का सर्वे कर फसल बीमा एवं फसल मुआवजा देने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन, विधायक ग्रेवाल ने कहा- किसान एक ऐसा खिलोना, जिससे प्रकृति भी खेलती है और सरकार भी

सरदारपुर। विगत कुछ दिनो से लगातार हो रही अत्यधिक वर्षा से सरदारपुर विधानसभा के समस्त ग्रामो मे सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई है जिसका शीघ्र ही सर्वे कर फसल बीमा एवं मुआवजा प्रदान करने के लिए विधायक प्रताप ग्रेवाल के नैतृत्व मे ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी सरदारपुर, दसई, अमझेरा द्वाररा संयुक्त रूप से मंगलवार को विधायक कार्यालय से सरदारपुर एसडीएम कार्यालय तक पैदल मार्च निकालकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया।

विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि किसान एक ऐसा खिलोना है जिससे कभी प्रकृति खेलती है तो कभी सरकार खेलती है। विधायक ग्रेवाल द्वारा अनुविभागीय अधिकारी मेघा पंवार से तुरंत सोयाबीन की नष्ट फसलो का शीघ्र ही सर्वे कार्य प्रारंभ करने की मांग रखी जिस पर अनुविभागीय अधिकारी मेघा पंवार द्वारा सरदारपुर की समस्त 95 पंचायतो मे सोयाबीन की नष्ट फसलो का पटवारी, कृषि विस्तार अधिकारी एवं बीमा कंपनी का संयुक्त दल बनाते हुए 1 सप्ताह मे सर्वे पूर्ण करने की बात कही है।

ज्ञापन मे बताया गया कि खडी फसल मे सोयाबीन पौधो पर दाने अंकुरित हो रहे है एवं जो काटकर तैयार थी वह खेतो मे जलभराव के कारण दागी एवं अंकुरित हो गई है। सरदारपुर विधानसभा मे माही नदी के किनारे स्थित गाॅव, कई नदी, नाले, तालाब के आसपास के खेत जहा जलभराव से किसानो की फसल मे भारी नुकसान हुआ है। अत्यधिक वर्षा की वजह से सोयाबीन की उत्पादन क्षमता कम हुई है किसानो द्वारा बाजार से अधिक मूल्य पर सोयाबीन का बीज लेकर बुवाई की थी लेकिन प्रकृति की मार से किसान की आर्थिक स्थिती दयनीय हो गई है। हर वर्ष सोयाबीन की फसलो का फसल बीमा कंपनियो द्वारा बीमा किया जाता है लेकिन नियमो मे जटिलता होने के कारण गरीब किसानो को बीमा का लाभ नही मिल पाता है। फसलो का सर्वे कराकर पटवारी द्वारा अनावरी निकालकर बीमा कंपनी को सूचित करे जिससे किसानो को फसल बीमा का लाभ मिल सके।

ज्ञापन का वाचन भीमालाल चोधरी द्वारा किया गया। इस दौरान ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष रतनलाल पडियार, मोहनलाल मुकाती, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधी सुरेन्द्रसिंह पटेल, पुष्पेन्द्रसिंह राठौर, शंकरदास बैरागी, भेरूसिंह बडगोता, दिनेश चोधरी, राजेन्द्र लोहार, भानुप्रतापसिंह, सरदार कटारा, हेमन्त दांगी, मयाराम मेडा, चन्दरसिंह पटेल, दुलीचंद पाटीदार, प्रभुलाल जाट, मदन मखोड, कोदरसिंह पटेल, राधेश्याम जाट, जगदीश पाटीदार, नरसिंह हामड, शंकर सौलंकी, समरथ मारू, कैलाश भूरिया, पप्पालाल जाट, बब्बुसिंह राठौर, केकडिया डामोर, श्रीकांत पटेल, अमरसिंह पटेल, राहुल शर्मा, धन्ना डामोर, गोपाल मारू, प्रतापसिंह राठौर, रेवाशंकर वागडी, दिनेश पाठक, प्रभु सिंगार, रायचंद डामर, गोपाल डामर, मोहित जाट, समन्दसिंह बामनिया, रमेश जाट, अमृत मारू, नारायण खराडी, शांतिलाल कटारा, भेरूलाल जमादारी, भरत देवडा, राकेश मोलवा, विष्णु भाबर, जितेन्द्र सिंगार, मांगीलाल डामर, जुवानसिंह जामनिया, गज्जु गुण्डिया, गिरधारी कुमावत, चेतन जाट, अटल मारू, पीरूलाल खराडी, उंकार कटारा, विक्रम अमलियार आदि उपस्थित रहे।

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