सरदारपुर। सरदारपुर में सेवानिवृत्ति की दहलीज पर खडे एक विभाग प्रमुख के चर्चे इन दिनो सुर्खियो मे बने हुये है। सुत्र बताते है की साहब के पास जहा दोनो हाथो मे लड्डु है तो साहब खर्चे करने में भी नही हिककिचाते है, चाहे राशी खर्च करने के लिये निती नियमो को भी ताक पर रख दो?
सुत्रो की माने तो साहब जब पदस्थ हुए तो क्षैत्र की भौगोलिक स्थिती जानने के लिये भ्रमण पर निकल गए। साहब जब माही डेम पर बने टापू पर गये तो टापू साहब को अच्छा लगा। वैसे तो टापू पर हरियाली कम और आंधी-झाड़ा अधिक रहता है। लेकीन टापू के बीच मे एक बिल्डीग भी बनी हुई है। फिर क्या था साहब ने हरियाली को खुबसुरत बनाना तो दूर बल्कि बिल्डीग को अंदर से खुबसुरत बनाने का सोचा।
सुत्र बताते हैं की साहब ने इसके लिए जोड-तोड लगाया और एक निधी से कुछ लाख की राशी मंजुर करवा दी। और बिल्डिंग के अंदर फ्रेब्रिकेशन का एक रूम तैयार हो गया और आगंतुकों के आराम के लिये वहा पर बैड एंव कुर्सियों की व्यवस्था भी करवा दी।
हालांकि क्षेत्र के लोग काफी चतुर चालक है। बाकी तो सब समझ ही चुके होगे। कुछ लोग तो यह पता कर रहे है की उक्त निर्माण के लिये राशी किस फंड से आई और कितनी खर्च की गई अब देखना हैै की साहब के सेवानिवृत्ति के पहले टापू का यह रहस्य खुलता है या फिर..!
सूत्रों की माने तो आज सरदारपुर विधानसभा के गांव मिंडा में आ रहे पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल को सत्ता से जुड़े नेता और जनप्रतिनिधि साहब को लेकर कुछ शिकायत कर सकते हैं।