सरदारपुर। आदिवासी अंचल सरदारपुर के लिए 50 बेड का सिविल अस्पताल एक गौरवशाली उपल्बिध है। सिविल अस्पताल के नए भवन के लोकार्पण हुए एक सप्ताह का समय हुआ है, लेकिन बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में यहां के चिकित्सकों के प्रयासों की सराहना हो रही है। सीमित संसाधनों के बावजूद मरीजों को निजी चिकित्सालय जैसा उपचार सिविल अस्पताल में मिल रहा है। सोमवार को सिविल अस्पताल की ओपीडी नेअभी तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। ओपीडी मे 340 मरीज दर्ज हुए तो आईपीडी में भी रिकॉर्ड 67 मरीज दर्ज किए गए।

सिविल अस्पताल जब से नये भवन में आरंभ हुआ प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 12 अगस्त को जब अस्पताल को लोकार्पण हुआ था उस दिन ओपीडी में 130 मरीजो ने उपचार करवाया था वही 27 मरीज भर्ती किए थे। 13 अगस्त को ओपीडी मे 205 व आईपीडी मे 16 मरीज दर्ज किए गए। 14 अगस्त को ओपीडी मे 230 व आईपीडी मे 30 मरीज, 15 अगस्त को ओपीडी मे 158 व आईपीडी मे 46 मरीज, 16 अगस्त को ओपीडी मे 149 व आईपीडी मे 37 मरीज, 17 अगस्त को ओपीडी में 74 व आईपीडी मे 20 मरीज दर्ज हुए। वही 18 अगस्त को ओपीडी में रिकॉर्ड 340 मरीज व आईपीडी मे 67 मरीज दर्ज हुए। 340 मरीजों में से शिशु रोग विशेषज्ञ अनिल पाटीदार ने करीब 100 मरीजों को उपचार किया। वही वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नितीन जोशी, डॉ. शीला मुजाल्दा, डॉ. सचिन द्विवेदी, आरएमओ डॉ दीपक सोलंकी भी मरीजो का उपचार कर रहे है। सीबीएमओ डॉ अरुण मोहरानी अस्पताल को मैनेजमेंट देखने के साथ ही मरीजो का उपचार कर अपनी दोहरी भूमिका का निर्वहन कर रहे है।

वही मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए अस्पताल के एक्स-रे टेक्नीशियन रणजीत चौहान, कमल मारू, दंत विभाग की सपना गुप्ता, गंगा प्रसाद श्रीवास्तव, निकिता तिवारी, पूजा कटारे भी अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैै।
दरअसल 11 करोड़ के सिविल अस्पताल का नया भवन सर्वसुविधा युक्त है। लेकीन अस्पताल प्रबधंन को पुराने एवं सीमित संसाधनो से ही काम चलाना पड रहा हैं। 50 बेड के अस्पताल में पुराने अस्पताल के 30 बेड पर ही मरीजो का उपचार किया जा रहा है। बेड की कमी लैैबर रूम, इमरजेंसी वार्ड मे बनी हुई है। अस्पताल मे 24 घंटे नियमित तौर पर सेवा के लिये मात्र 17 स्टाफ नर्स है 14 स्टाफ नर्स की आवश्यकता और बनी हुई है।
सीबीएमओ डॉ. अरुण मोहरानी ने बताया की स्टाफ एवं संसाधनों की कमी बनी हुई है, हमने डिमांड वरिष्ठ कार्यालय को भेज दी है। डॉ. मोहरानी कहा कि हमारा पुरा प्रयास हैं, की अस्पताल में आने वाले हर मरीज को समय पर बेहतर उपचार मिले। स्टाफ की कमी की चलते अस्पताल के अन्य कर्मचारीयो से दवाई वितरण, ओपीडी काउंटर सहित जहां पर जैसी जरूरत होती है उसी के अनुरूप उनसे कार्य करवाया जा रहा है।

सीबीएमओ डॉ. अरूण मोहरानी ने कहा की स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, रेडियोग्राफर के अतिरिक्त 4 फार्मासिस्ट, 10 वार्ड बाय व 10 आया की कमी है। साथ वही अस्पताल मे सीटी स्केन मशीन के लिए भी डिमांड की गई है क्योकी सरदारपुर बडा क्षैत्र होने के साथ फोरलेन की कनेक्टीविटी एवं आदिवासी अंचल टांडा क्षैत्र से बडी संख्या मे मरीज उपचार के लिये आते है। प्रयास हैं कि जल्द से जल्द सारी कमियों को दूर कर लिया जायेगा।