बाग – शासकीय कार्यक्रम का हुआ राजनीतिकरण, जनपद के जनप्रतिनिधि फिर हुए उपेक्षा का शिकार, जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर की कारवाई की मांग, नही तो होगा धरना आंदोलन

बाग (रोहित झंवर)। मंगलवार को शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में साइकिल वितरण का संपन्न हुआ कार्यक्रम विवादो से घिर गया है। कार्यक्रम को लेकर जनपद के जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया की संस्था प्राचार्य ने स्कूल में राजनीतिक दल के पदाधिकारियों से साइकिल वितरित करवाई। कार्यक्रम की हमे सूचना तक भी नही दी गई। ऐसे में साइकिल वितरण कार्यक्रम के इस मामले ने अब तुल पकड़ लिया है। नाराज जनपद अध्यक्ष एवं शिक्षा समिति के अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर संस्था प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कारवाई कर उन्हे प्राचार्य के पद से तत्काल हटाने की मांग की हैं।

पूरे मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है की कार्यक्रम के संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी को भी सूचना नही दी गई। ऐसे में इस घटनाक्रम ने एक बार पुनः क्षेत्र के शिक्षा विभाग में कार्यरत कुछ अधिकारियो की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। यू भी क्षेत्र में शिक्षा के गिरते स्तर का अंदाजा गत वर्ष के सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम से लगाया जा सकता है।

बाग के कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में मंगलवार को संस्था प्राचार्य द्वारा स्कूल की कक्षा 9वी की 60 छात्राओ को साइकिल वितरण की गई। इसके लिए बकायदा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे जनपद के जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया की संस्था प्राचार्य द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को सूचना तक नही दी गई। वही राजनीतिक दल के पदाधिकारियों को अतिथि बनाकर उनसे साइकल का वितरण करवा दिया। जनप्रतिनिधियों ने कहा की उन्हें जानबूझकर अपमानित किया गया है।

उपेक्षित जनपद अध्यक्ष, शिक्षा समिति अध्यक्ष सहित जनपद सदस्यो ने इस संबंध जिला कलेक्टर व सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को मौखिक शिकायत कर पत्र भी लिखा है। पत्र में संस्था प्राचार्य को तत्काल पद से हटाकर कारवाई की मांग की है। इस मामले में बीईओ अरविंद नायक ने बताया कि कार्यक्रम के संबंध में उन्हें भी कोई जानकारी नहीं थी।

पूर्व में भी जनप्रतिनिधि हो चुके है अपमानित – शिक्षा विभाग द्वारा जनप्रतिनिधियों की गई उपेक्षा का यह क्रम पहली बार नही है। बीते जून माह में भी बाग के सीएम राइज स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम में इसी प्रकार से जनप्रतिनिधि अपमानित हुए थे। उस समय भी संस्था प्राचार्य द्वारा विकासखंड स्तरीय कार्यक्रम की सूचना जनप्रतिनिधियों को नही दी गई थी। जिसके बाद क्षेत्र के सभी जनपद सदस्यो ने धार जाकर जिला कलेक्टर से इस मामले की शिकायत की थी। तब कलेक्टर ने निकट भविष्य में ऐसी घटना ना होने का विश्वास जनपद के जनप्रतिनिधियों को दिलाया था।

इन्होंने यह कहा :-

सरकारी अधिकारी कर्मचारी शासकीय आयोजन का राजनीतिकरण कर रहे हैं। हमे जानबूझकर अपमानित किया जा रहा हैं। यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। शासकीय कार्यक्रम में भागीदारी हमारा मौलिक अधिकार है। प्रशासन को संस्था प्राचार्य को तत्काल हटा कर हमारे सम्मान को बरकरार रखना चाहिए।
श्रीमती सकरीबाई नारायण भूरिया, जनपद अध्यक्ष (जनपद पंचायत बाग)

शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में राजनीति की जा रही है। कार्यक्रम का राजनीतीकरण किया गया। हमे सूचना तह नही दी गई। संस्था प्राचार्य की खिलाफ कारवाई नही हुई तो आंदोलन करेगे।
श्रीमती मंजू राकेश अनारे, अध्यक्ष शिक्षा समिति (जनपद पंचायत बाग)

शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने की घटना की जा चुकी हैं। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा घोर आपत्तिजनक है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेकर कारवाई करना चाहिए।
अंतर गेहलोत, जनपद सदस्य वी शिक्षा समिति सदस्य

इस कार्यक्रम के संबंध में मुझे भी कोई जानकारी नहीं है। जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। जनप्रतिनिधियों की मांग पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाया है।
अरविंद नायक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी बाग