राजगढ़। ग्राम छड़ावद स्थित आरोग्यम केंद्र पर शुक्रवार को भारतीय मानवाधिवार सहकार ट्रस्ट एवं जिला अंधत्व निवारण समिति के संयुक्त तत्वावधान में नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ थाना प्रभारी राजगढ़ दीपकसिंह चौहान, ट्रस्ट के डॉ. बलबहादुरसिंह छड़ावद, प्रेमकुमार वैद्य एवं सरपंच अंगूरी संजय वास्केल ने किया। शिविर प्रातः दस बजे प्रारंभ होकर तीन बजे तक चला। शिविर में कुल 167 मरीजों की जांच की गई। इसमें 37 लोगों की आंखें मोतियाबिंद ग्रस्त पाई गई। जिन्हें ऑपरेशन हेतु बस से इंदौर स्थित संकरा नेत्र चिकित्सालय भेजा गया। शिविर में आंखों की जाँच डॉ. ऋषभ सतपुड़ा एवं नेत्र चिकित्सा सहायक सतीश पाराशर ने की।
ट्रस्ट के संभागीय अध्यक्ष डॉ. बलबहादुरसिंह छड़ावद ने बताया कि ग्रामीण अंचल में शिविर का आयोजन करने का उद्देश्य गांव के लोगों लाभ पहुंचाना हैं। ट्रस्ट द्वारा अब तक 35 शिविरों का आयोजन कर करीब एक हजार लोगों के ऑपरेशन कराए गए हैं। हमारा लक्ष्य है कि विकासखंड के हर माह शिविर का आयोजन कर प्रत्येक गांव में शिविर का आयोजन हो सकें। इस दौरान बाबुलाल चौधरी धुलेट, सुरेश जाट, महेश वर्मा, राजू जोशी, लक्ष्मण डामोर, कालू वासकेल, जालमसिंह राजपूत, दुलेसिंह राजपूत, कैलाश बघेल, सीता शर्मा, साधना उपाध्याय, शैतानसिंह चौहान, राजू सिंदल, प्रेमसिंह टेड़ियावाला, हटेसिंह सिंदल आदि उपस्थित थे।
सायबर के प्रति किया जागरूक –
शिविर के शुभारंभ अवसर पर संबोधित करते हुए थाना प्रभारी चौहान ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे आयोजन की प्रसंशा करते हुए कहा कि ग्रामीण स्तर पर इस प्रकार के आयोजन से लोगों को काफी फायदा मिलता हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति, यातायात नियम एवं सायबर जागरूकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांवों में जागरूकता के अभाव में कई बार ग्रामीण सायबर ठगी का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि अज्ञात नाम से आने वाली मोबाइल काल को रिसीव नहीं करें। साथ ही मोबाईल पर आने वाली ओटीवी भी किसी के साथ साझा नहीं करें। सफर करते समय यातायात नियमों को पालन करें। इससे दुर्घटना से बचा जा सकता हैं।