सरदारपुर। ग्रामीण आजीविका भवन मे सरदारपुर तहसील के विद्यालय मे अध्यापन करने वाले दिव्यांग छात्र छात्राओ का मेगा दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया। जिसमे 242 छात्र छात्रा शामिल हुए।इन छात्रो का जिला चिकित्सालय धार के चार सदस्यीय चिकित्सक दल ने परीक्षण किया।इसमे 72 छात्र छात्राओ को दिव्यांगता के आधार पर उपकरण प्रदान किए जाएंगे। वही 182 दिव्यांग छात्र छात्रा के यूआईडी पहचान पत्र के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया।
दिव्यांग शिविर मे छात्र छात्राओ और इनके पालको को सम्बोधित करते हुए विधायक प्रताप ग्रेवाल ने कहा कि धन्य है वे माता पिता जो अपने दिव्यांग पुत्र पुत्री की सेवा कर उनको शिक्षा के मन्दिर मे अध्यापन के लिए भेजकर उनको शिक्षित करने मे जुटे हुए है।दिव्यांग छात्रो को शिक्षित करना पालक और सरकार की प्रथम प्राथमिकता होना चाहिए। ताकि वह शिक्षित होकर शासन के आरक्षण के तहत शासकीय सेवा मे पदारुढ़़ होकर अपने जीवन का बेहतर भविष्य बना सके। सरकार दिव्यांगो के बेहतर भविष्य के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। जिसका लाभ दिव्यांगो तक पहुंचाना अधिकारी व कर्मचारियो का दायित्व है।
वहीं जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश निरंजन कुमार पांचाल ने दिव्यांग शिविर मे कहा कि दिव्यांग स्वयं को कमजोर न समझे।वह शिक्षित होकर ताकतवर मुकाम प्राप्त कर सकते है।एसे अनेक उदाहरण है जहां दिव्यांग अपने कुशल कार्यो से देश का नाम रोशन कर रहे है।वही शासन की योजनाओ का अधिक से अधिक लाभ दिव्यांगो तक पहुंचे, यह सुनिश्चित होना चाहिए।
दिव्यांग शिविर में एसडीएम आशा परमार, खण्ड अकादमिक समन्वयक अनोखीलाल चौधरी, राजेश सोलंकी, उपयंत्री मनोज वर्मा सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी व शिक्षकगण उपस्थित थे।