सरदारपुर। ग्राम मौलाना में करीब एक माह पूर्व सिंचाई विभाग का तालाब फूटने से किसानों की फसल बर्बादी का उचित मुआवजा दिए जाने तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) के बैनर तले पीड़ित किसानों ने सरदारपुर-बदनावर मार्ग पर ग्राम मौलाना फाटे पर धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान किसानों द्वारा रोड़ पर बैठकर जमकर नारेबाजी की गई।
धरना प्रदर्शन की जानकारी लगते ही सरदारपुर एसडीएम आशा परमार, तहसीलदार मुकेश बामनिया, नायब तहसील सतेंद्रसिंह गुर्जर, थाना प्रभारी प्रदीप खन्ना अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। 2 घंटे से अधिक समय तक चले धरने के बाद अपर कलेक्टर अश्विनी कुमार रावत भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद किसानों ने धरना प्रदर्शन समाप्त करते हुए अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।
भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) के बैनर तले पीड़ित किसानों द्वारा सौपे गए ज्ञापन में बताया कि करीब एक माह पूर्व ग्राम मौलाना में तालाब फूटने से मौलाना के करीब 70 से 80 किसानों की फसल बर्बाद हो गई। यहां तक कि किसानों के खेतों की मिट्टी तक बह गई।
किसानों की फसलों की नुकसानी का मुआवजे का आंकलन, मुआवजे का निर्धारण बहुत ही गलत किया गया हैं। पीडित किसानों को शासन प्रशासन के द्वारा मामुली सहायता राशि देकर किसानों से छलावा किया जा रहा है। पीडित किसानों को सहायता राशि 17 हजार रुपये प्रति हेक्टर के हिसाब से दी जा रहा है। जबकि उससे कई अधिक राशि किसानों के द्वारा अपनी फसल लगाने में लगा दिये गये थे। ज्ञापन में किसानों को 50 हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से सहयता राशि देने की मांग के साथ ही क्षेत्रभर में किसानों को सोसायटी में खाद उपलब्ध करवाने की मांग भी की गई।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) के जिला अध्यक्ष राजेश मारू, जिला कार्यकारी अध्यक्ष राकेश सोलंकी, जिला उपाध्यक्ष मंगलसिंह कुमावत, जिला कनूनी सलाहकार सुमित चौहान एडवोकेट, मुन्नालाल जाट, मौलाना सरपंच लक्ष्मण खराड़ी एवं ग्राम मौलाना के बड़ी संख्या में पीड़ित किसान मौजूद रहें।