सरदारपुर। सिविल हॉस्पिटल सरदारपुर पर लंबे समय से चल रही लापरवाही गुरुवार को एसडीएम आशा परमार के औचक निरीक्षण के दौरान खुलकर सामने आ गई। बीते दिनों सिवील अस्पताल निरीक्षण के दौरान एसडीएम को मरीजो ने लापरवाही को लेकर शिकायत की थी जिस पर एसडीएम ने व्यवस्थाओ मे सुधार को लेकर जवाबदारों को निर्देशित किया था। लेकिन फिर भी व्यवस्था मे सुधार नही हो पा रहा था। कई डॉक्टर ओपीडी समय पर ही घर पर मरीजो का उपचार करते आ रहे थे। जिसकी शिकायत भी एसडीएम को की गई थी।
गुरुवार को सुबह करीब 9.15 बजे एसडीएम आशा परमार ने तहसीलदार मुकेश बामनिया, राजस्व निरीक्षक, पटवारी के साथ अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकांश डॉक्टर एंव कर्मचारी एसडीएम को अनुपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान ओपीडी में डॉ. अरूण मोहरानी एवं एनबीएसयू में शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. अनिल पाटीदार उपस्थित मिले।
वही एसडीएम ने उपस्थिती पंजी का अवलोकन किया जिसमे दर्ज 70 कर्मचारियों में से निरीक्षण के समय 15 कर्मचारीयो के हस्ताक्षर होना पाए गए। अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था भी बहुत खराब स्थिती में पाई गई। निरीक्षण के दौरान स्टोर रूम पर ताला लगा हुआ मिला तथा प्रभारी राहुल भारती अनुपस्थित मिले। जिस पर सीबीएमओ डाॅ. शीला मुजाल्दा ने बताया की राहुल भारती प्रतिदिन अमझेरा से 10 बजे आते है।

अस्पताल परिसर में बने डॉक्टरों के आवास का भी एसडीएम ने निरीक्षण किया। जिसमे डाॅ. सचिन द्विवेदी के आवास पर निरीक्षण के दौरान मरीजो के उपचार के लिए पलंग होना पाया गया। निरीक्षण के दौरान ड्यूटी समय मे डाॅ सचिन द्विवेदी, डाॅ. शिखा पांडे, डाॅ दिपक सोंलकी, डाॅ. आयुषी मित्तल, डाॅ.शिंवागी जोशी, डाॅ. अनुकृति दिक्षीत, डाॅ. श्रुति मकवाना, डाॅ. नीतु कोलारे, डाॅ. सैयद मरियम अली, डाॅ. नीलम पटेल तथा डाॅ सपना अनुपस्थित पाई गए। सीबीएमओ डॉ. शिला मुजाल्दा ने एसडीएम को बताया की डाॅ. शिखा पांडे प्रसूति अवकाश पर है। स्टोर कीपर के द्वारा स्टॉक रजिस्टर मे 2 मई तक ही दवाइयों की प्राप्ति प्रविष्टि दर्ज की गई उसके पश्चात कोई दवाईया प्राप्त नही होना बताया गया। निरीक्षण के पश्चात एसडीएम ने मौका पंचनामा बनाया गया।
एसडीएम आशा परमार ने बताया कि लंबे समय से सिविल अस्पताल में लापरवाही एवं ओपीडी समय मे डॉक्टरों के द्वारा आवास पर उपचार करने की शिकायते मिल रही थी। कई बार व्यवस्थाओ मे सुधार के लिये निर्देशित किया गया था। लेकिन फिर भी कोई सुधार नही हुआ। गुरुवार को औचक निरीक्षण मे कई लापरवाही सामने आई है। मुख्य चिकीत्सा अधिकारी को प्रतिवेदन भेजा गया। है। जिला कलेक्टर को भी अवगत कराया गया है। उन्होने निर्देश दिए है की अनुपस्थित डॉक्टरों के एक दिन एवं निजी आवास पर प्रैक्टिस करने वाले डाॅक्टरो का 15 दिन का वेतन काटने का प्रतिवेदन बनाकर भेजा जाए। जिस पर प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को भेजा जा रहा है।