धार। पीथमपुर में युनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने की आग दुसरे दिन भी भड़क उठी। विरोध के दुसरे दिन तारपुरा गांव के लोगो ने रामकी कम्पनी के पास पहुंचकर विरोध किया। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाईस देने पहुंची तो दोनो के बीच झडप हो गई। पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया उन्होने पथराव शुरू कर दिया। पथराव से कम्पनी के कांच फुट गए। विरोध को बड़ता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तीतर बीतर कर दिया।
शनिवार सुबह करीब 8ः30 बजे तारपुरा गांव के लोग नारेबाजी करते हुए रामकी कम्पनी के पास इक्टठा हुए। उन्हे शंका थी कि कम्पनी में कचरा जलना शुरू हो गया है और कंटेनरो में कचरा खाली किया जा रहा है। भीड़ को देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात हो गया। अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनसे बातचीत की परन्तु भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। पथराव करने में महिलाए भी शामिल थी। प्रदर्शन को देख चारो तरफ पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। पुरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। कम्पनी के आसपास किसी को जाने नही दिया गया। इसके बाद पुलिस ने गांवो में सर्चिंग अभियान चलाया गया। गांव में धारा 163 लागू है इस कारण कम्पनी के आसपास भीड़ एकत्रित कर धरना प्रदर्शन नही कर सकता। गांव में चौकी प्रभारी हिना जोशी दलबल के साथ घूमते रहे। इस दौरान पुलिस के वाहन क्षतिगस्त हो गए। हादसे के बाद कमीश्नर दीपक सिंह, डीआईजी निमिष अग्रवाल, एसपी मनोज सिंह ने सेक्टर एक थाने पर आपात बैठक ली। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अपील की कि पीथमपुर के लोग किसी भी प्रकार की अफवाह पर विश्वास न करे अगर उन्हे कोई शंका हो तो वो सीधे प्रशासन से सवाल कर सकता है।
बाजार खुले, कम्पनियां बंद, एफआईआर दर्ज –
विरोध की आग के अगले दिन शनिवार को सुबह से बाजार में चहल पहल दिखी। लोगो ने अपनी दुकाने खोली लेकिन कई फैक्ट्रियां बंद रही। तारपुरा गांव के आसपास भी कई फैक्ट्रियों ने गेट पर छुट्टी की सुचना चिपका दी। श्रमिक भी आंदोलन के डर से कम्पनी नही गए। इधर पुलिस पीथमपुर के प्रत्येक चौराहे पर तैनात थी। पुलिस के मुखिबर भी सिविल ड्रेस में शहर में घुम रहे है। वही पुलिस ने पांच अलग अलग एफआईआर में तीस अज्ञात लोगो पर प्रकरण दर्ज किया है।
आत्मदाह के प्रयास में झुलसे युवकों की हालत स्थिर, उपचार जारी – शुक्रवार को भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे के विरोध में चक्का जाम के दौरान आत्मदाह का प्रयास करने वाले दो युवकों की हालत अब स्थिर है। उन्हें इंदौर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा है डॉक्टरों के अनुसार, राजकुमार और राज के शरीर का बड़ा हिस्सा झुलस गया है। संक्रमण से बचाव के लिए उनके झुलसे हिस्सों पर पट्टियां लगाई गई हैं। स्थिति स्थिर है, लेकिन ठीक होने में समय लगेगा। परिजन युवकों के इलाज पर संतोष जता रहे हैं लेकिन प्रशासन से जहरीले कचरे को हटाने की मांग कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के साथ संवाद –
कमिश्नर दीपक सिंह तथा आईजी अनुराग ने पीथमपुर नगर पालिका के सभागार में जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों और प्रबुद्ध नागरिकों से रामकी प्लांट में यूनियन कार्बाइड के कचरे के डिस्पोजेबल के संबंध में चर्चा की। इसी दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के वीडियो संदेश को भी प्रदर्शित किया गया। कमिश्नर का कहना था कि पीथमपुर मध्यप्रदेश ही नहीं देश का प्रमुख औद्योगिक केंद्र है। यहां की प्रगति के लिए शांति व्यवस्था अहम हैं। इस दौरान डीआईजी निमिष अग्रवाल, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसपी मनोज कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।