सरदारपुर। माही नदी के तट पर स्थित झिणेश्वर महादेव धाम पर महाशिवरात्रि पर्व के अंतर्गत 25 फरवरी संध्या को गंगा मैया की तर्ज पर माही माता की महाआरती होगी। समिति सदस्य श्रद्धालुओं के घर -घर पहुंच कर निमंत्रण पत्र वितरित कर भोले बाबा की बारात का न्योता दे रहे हैं।
सरदारपुर नगर से 2 किमी की दुरी पर कल-कल बहती माही नदी के तट पर गोल जलाधारी में भव्य झिणेश्वर महादेव धाम की प्रतीमा स्थापित है यह प्रतिमा पांडव कालीन होकर अति प्राचीन तीर्थ स्थल है। जानकार बताते हैं कि विश्वकर्माजी द्वारा निर्मित शिवलिंग पांडवों द्वारा स्थापित किया गया था। जिसे झिणेश्वर महादेव धाम के नाम से जाना जाता है। गुजरात राज्य के भरूच जिले के कावी कंबोई में समुद्र तट पर भी झिणेश्वर महादेव की तरह हुबहू प्रतिमा विराजित हैं।
झिणेश्वर धाम सेवा समिति द्वारा महाशिव रात्री पर्व को भव्य तैयारियां की जा रही है। समिति द्वारा 25 फरवरी संध्या 5 बजे से भगवान भोलेबाबा की बारात एवं चुनरी यात्रा मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए माही तट पहुंचेगी जहां विद्वान आचार्यों द्वारा देश की प्रमुख नदियों से लाए गए जल एवं दुध से माही माता का मंत्रों चार से अभिषेक कर मां को चुनरी ओढ़ाई जावेगी पश्चात गंगा मैया की तर्ज पर माही माता की महाआरती होगी। इस अवसर पर दक्षिण भारत की तर्ज पर भोले बाबा का विशेष श्रृंगार श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगा। वहीं मंदिर परिसर में मां कालका, हनुमानजी, भगवान नरसिंह आदि के रूप में कलाकार श्रंगारित होकर सुंदर प्रस्तुतियां देंगे। श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी रखा गया है।
26 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह भोले बाबा के शिवलिंग का आचार्यों द्वारा माही के जल एवं दुध से अभिषेक कर प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। यहां दुर-दुर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आकर शिवलिंग पर माही का जल चढ़ाकर बाबा का आशीर्वाद लेते हैं।।