ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने रचा इतिहास, मध्यप्रदेश की धरा से भारत के स्वर्णिम युग की आहट…
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2025 पर वरिष्ठ पत्रकार- राजेश शर्मा की विशेष रिपोर्ट –
24 एवं 25 फरवरी महज तिथि नही बल्कि इतिहास के पन्नों पर मध्यप्रदेश की धरा से भारत के स्वर्णिम युग की आहट के रूप में दर्ज हो गई है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट -2025 ने इतिहास रचते हुए देश के दिल ” मध्यप्रदेश ” को वैश्विक मानचित्र पर ला खड़ा किया है। देश और दुनिया की नामी कंपनियों, ख्यातनाम उद्योगपतियों और डिप्लोमेट्स सबकी जुबां पर ” मध्यप्रदेश ” है… देश के दिल पर दिल खोल कर इंवेस्टर्स ने निवेश प्रस्ताव रखे। 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव से 21 लाख 40 हजार से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे। समिट अपनी विशिष्टताओं और थीम ” अनंत संभावनाएं ” के कारण भी अनूठी और ऐतिहासिक रही। पहली बार, यह समिट एक मल्टी-समिट प्रारूप में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय और सेक्टोरल विषयों पर डिस्कशन हुआ।
इस ऐतिहासिक समिट से मध्यप्रदेश ने निवेश, नवाचार और औद्योगिक क्रांति के नए युग में प्रवेश किया है। झीलों की नगरी भोपाल ने जहां इतिहास रचा वही देश के दिल हृदयप्रदेश देश और दुनिया के पटल पर नयी संभावनाओं के रूप में उभरा है ।
उम्मीदों की उड़ान भरने को तैयार देश का दिल…
@ विश्व के मानचित्र पर मध्यप्रदेश ….
@ 30 .77 लाख करोड़ के मिले निवेश प्रस्ताव, 21 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार…
@ सीआईआई रिपोर्ट में मध्य प्रदेश 2047-48 तक भारत की जीडीपी में अपना योगदान मौजूदा 4.6% से बढ़ाकर 6.0% करने के लिए बेहतर स्थिति में है…
सीआईआई रिपोर्ट – मध्यप्रदेश 2047 तक 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए तैयार….
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था संभावित रूप से अपने सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को 2047-48 तक 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (248.6 लाख करोड़ रुपये) तक बढ़ा सकती है, जो मौजूदा 164.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (13.6 लाख करोड़ रुपये) से 8.6% की सीएजीआर से बढ़ सकती है। सीआईआई रिपोर्ट मप्र के आर्थिक नेतृत्व के लिए पेश करती है एक परिवर्तनकारी रोडमैप। रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए, सीआईआई के महानिदेशक,चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि निवेश को बढ़ावा देने और विकास को गति देने के लिए समर्पित एक सक्रिय राज्य सरकार के साथ, मध्य प्रदेश 2047-48 तक भारत की जीडीपी में अपना योगदान मौजूदा 4.6% से बढ़ाकर 6.0% करने के लिए अच्छी स्थिति में है।
देश और दुनिया की हस्तियों से जगमग रही समिट…
दो दिनी समिट में 25 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए। 60 से ज्यादा देशों से आए 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश में निवेश और व्यापारिक सहयोग की संभावनाएं देखीं। 9 देशों ने पार्टनर कंट्री के रूप में सहभागिता की। इनमें कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान, मोरक्को, पोलैंड, रूस, रवांडा, यूनाइटेड किंगडम शामिल रहे। जीआईएस में राज मोदी (उप मंत्री, उद्योग और वाणिज्य, जिम्बाब्वे सरकार), डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा (राजदूत, नेपाल), मोहम्मद मलीकी (राजदूत, मोरक्को), स्टेला न्कोमो (राजदूत, जिम्बाब्वे), डॉ. डिजायर बोनिफेस सोम (राजदूत, बुर्किना फासो), फेलिक्स डायलो (राजदूत, माली), अना तबान (राजदूत, मोल्दोवा), जगन्नाथ सामी (उच्चायुक्त, फिजी), जैकलीन मुकांगीरा (उच्चायुक्त, रवांडा), लेबोहांग वेलेंटाइन मोचाबा (उच्चायुक्त, लेसोथो), यागी कोजी (महावाणिज्यदूत, जापान), मार्टिन मेयर (महावाणिज्यदूत, स्विट्जरलैंड), इवान वाई. फेटिसोव (महावाणिज्यदूत, रूस), वाल्टर फेरारा (महावाणिज्यदूत, इटली), डोनाविट पूल्सावत पूल्सावत (महावाणिज्यदूत, थाईलैंड), जेंस-माइकल शाल (सीईओ, कनाडा), हिरोयुकी कितामुरा (महानिदेशक, जापान) और एरिक गुडब्रांड (पूर्व मंत्री, नॉर्वे) शामिल हुए।
भरपूर सराहा उद्योग जगत के दिग्गजों ने …
समिट में 300 से ज्यादा इकाइयों के चेयरमैन, सी.ई.ओ. और एमडी शामिल हुए । उद्योग जगत के दिग्गज गौतम अडानी (चेयरमैन, अडानी ग्रुप), नादिर गोदरेज (चेयरमैन और एमडी, गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड), पिरुज खंबाटा (ग्रुप चेयरमैन, रसना प्राइवेट लिमिटेड), बाबा एन. कल्याणी (चेयरमैन और एमडी, भारत फोर्ज लिमिटेड), राहुल अवस्थी (ग्लोबल हेड ऑफ ऑपरेशंस, सन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड),नीरज अखौरी (मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, एसीसी लिमिटेड) सहित कई शीर्ष उद्योगपति शामिल हुए। मध्यप्रदेश अब वैश्विक निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बन रहा है।
सीएम ने उद्योगपतियों के साथ की वन-टू-वन चर्चा …..
सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि समिट के दौरान 70 से अधिक प्रमुख उद्योगों के उद्योगपतियों, संगठनों के साथ वन-टू-वन मीटिंग की गई। गोदरेज ग्रुप, पतंजलि, अरविंद ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप, टॉरेंट ग्रुप, डोनीयर, इनोक्स, जेटरों, गोल्डक्रेस्ट सीमेंट, ईज माय ट्रिप, कॉन्सुलर सीजीए (इटली), जापान पैन प्रतिनिधिमंडल यूनिक्लो, ब्रिजस्टोन, हेटिच, पूजा एंटरटेनमेंट, एक्सिस एनर्जी, एक्सिस बैंक, आईएफसी, पेप्सिको, डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, सेंटर फॉर एंटरटेनमेंट आर्ट्स और मोल्दोवा एंबेसडर, सहित विभिन्न कंपनियों और प्रतिनिधिमंडलों के साथ चर्चा हुई।
पहली बार एआई-बेस्ड बिजनेस मैचमेकिंग टूल का उपयोग किया गया….
समिट में 600 से अधिक ज्यादा बीटूजी, 5 हजार से ज्यादा बीटूबी बैठकें हुईं। उद्योगपतियों, निवेशकों और एमएसएमई ने भाग लिया। पहली बार एआई-बेस्ड बिजनेस मैचमेकिंग टूल का उपयोग किया गया। इसमें सही साझेदारों को जोडऩे में मदद मिली। बैठकों ने मध्यप्रदेश को वैश्विक औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बाक्स- आईटी-टेक्नोलॉजी , रिन्यूएबल एनर्जी , एमएसएमई-स्टार्टअप , टूरिज्म , माइनिंग , अर्बन डेवलपमेंट समिट….
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पहली बार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए पहली बार 6 विभागीय समिट की गईं। इनमें आईटी-टेक्नोलॉजी समिट, रिन्यूएबल एनर्जी समिट, एमएसएमई-स्टार्टअप समिट, टूरिज्म समिट, माइनिंग समिट, अर्बन डेवलपमेंट समिट शामिल हैं।
देश के विकास को गति देगी ये समिट – गृह मंत्री अमित शाह
मध्यप्रदेश के इतिहास में दर्ज हो चुकी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 के समापन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जीआईएस को सराहा। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक सम्मेलन की सफलता मध्यप्रदेश के विकास को गति देगी। यह समिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो सपनों को साकार करने में भी सहायक होगी। पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र और 2027 तक देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इस जीआईएस ने न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि भारत के भी विकास को गति दी है।
इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सबसे पहले इस दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम, उनके मंत्रिमंडल और मुख्य सचिव से लेकर पूरी प्रशासनिक टीम को बधाई की हकदार है। मैं सभी का अभिनन्दन करता हूं कि 30 लाख 77 हजार करोड़ रुपये के एमओयू हुए। मुझे पूरा विश्वास है जिस प्रकार की कार्ययोजना मध्यप्रदेश सरकार ने बनाई है उसके तहत ये एमओयू जमीन पर उतरेंगे।
मध्यप्रदेश ने नया प्रयोग भी किया ,यह प्रयोग आने वाले दिनों में कई राज्यों को भी दिशा दिखाने वाला होगा …
200 से अधिक भारतीय कंपनियां, 200 से अधिक वैश्विक सीईओ , 20 से अधिक यूनिकॉर्न संस्थापक और 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि मध्यप्रदेश में निवेश के माहौल को देखने आए। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस बार मध्यप्रदेश ने नया प्रयोग भी किया। यह प्रयोग आने वाले दिनों में कई राज्यों को भी दिशा दिखाने वाला होगा।
पीएम मोदी का सूत्र है विकास भी विरासत भी, प्रदेश इसी सूत्र को चरितार्थ कर रहा है….
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि है कि दो दिवसीय समिट के अंदर मध्यप्रदेश ने अपनी औद्योगिक क्षमता को दिखाकर उपलब्धि हासिल की। यहां हुए सभी सत्रों ने प्रदेश के विकास को नया आयाम दिया। सभी जानते हैं कि मध्यप्रदेश हमारे देश की भव्य विरासत वाला राज्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सूत्र है विकास भी विरासत भी। प्रदेश इसी सूत्र को चरितार्थ करने के कई प्रयास कर रहा है। 2047 तक पीएम मोदी ने देश की 130 करोड़ जनता के सामने भारत को एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प रखा है। 2027 तक देश को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का संकल्प भी रखा है। मध्य प्रदेश की यह इन्वेस्टमेंट समिट इन दोनों लक्ष्यों को पूरा करने में न केवल सहायक होगी, बल्कि महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाएगी।
अनंत संभावनाओं से भरा हृदय प्रदेश … बिजली-पानी-सड़क को लेकर जो मध्यप्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था। बीजेपी सरकार ने 20 साल में उसे बदलकर रख दिया है। बीजेपी सरकार के 20 साल के शासन में आज यहां 5 लाख किलोमीटर रोड नेटवर्क है। 6 हवाई अड्डे हैं , 31 गीगावाट की ऊर्जा क्षमता है। इसमें से 30 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी है। देश भर में सबसे ज्यादा खनिज पैदा करने वाला राज्य हमारा मध्यप्रदेश है। प्रदेश देश का कॉटन कैपिटल भी बन गया है। फूड प्रोसेसिंग के लिए भी मध्यप्रदेश महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है। एमपी में एक स्ट्रैटेजिक लोकेशन है। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर यहां बन चुका है। एमपी फूड प्रोसेसिंग के लिए भी महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है। राज्य सरकार ने 2025 वर्ष को उद्योग वर्ष में मनाने का तय किया है। मार्केट का एक्सेस भी मध्यप्रदेश से ज्यादा किसी स्टेट को उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा पारदर्शी शासन ने लोगों को निवेश के लिए आकर्षित किया है। यहां लैंड, लेबरफोर्स, माइंस, मिनिरल्स हैं। उद्योग की संभावनाएं और अवसर हैं।
निवेशकों को नहीं होगी परेशानी - सीएम
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूके, जर्मनी, जापान में मध्य प्रदेश की विकास गाथा प्रस्तुत की। हमने पल-पल निवेश के लिए इकोसिस्टम बनाने का प्रयास किया। देश-विदेश के उद्योगपतियों ने अपने मन की जिज्ञासाओं को हमसे साझा किया और हमने उनका समाधान किया। हम निवेशकों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लेकर आए हैं। ताकि, उद्योगपतियों को किसी तरह की परेशानी न हो। हमने इस पूरे वर्ष को उद्योग और रोजगार को समर्पित किया है।
धरातल पर उतारेंगे एमओयू ….
इस समिट में 5000 से अधिक बी-2-बी और 600 से अधिक बी-2-जी बैठकें हुईं। इसी कारण हमारी समिट एक अद्वितीय मुकाम तक पहुंची है। इस समिट में ऊर्जा, आईटी, खनन, पर्यटन, स्टार्टअप और शहरी विकास के विभिन्न प्रकार के ऐतिहासिक समझौते हुए। सभी एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार पूर्णता प्रतिबद्ध और संकल्पबद्ध है

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक राजेश शर्मा का परिचय – 9770667516
भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2025 पर यह खास रिपोर्ट- मप्र की राजा भोज की ऐतिहासिक नगरी धार के वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, विचारक राजेश शर्मा ने लिखा है। लेखक राजेश शर्मा की ख्याति राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार मप्र शासन होकर लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर एवं प्रशासनिक परीक्षा के एक्सपर्ट के रूप में है। आपके मार्गदर्शन में कई युवा प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत है। आपने पीएससी (स्टेट सिविल सर्विसेज ) परीक्षा एवं पत्रकारिता पर कई पुस्तकों की रचना की है। आप प्रदेश शासन की इंदौर संभाग स्तरीय पत्रकार अधिमान्यता समिति के सदस्य रहे है साथ ही पत्रकारिता की सर्वोच्च डिग्री एमजे में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से टाॅपर रहे है।