राजगढ़। श्री राजेंद्र सूरी शासकीय महाविद्यालय सरदारपुर-राजगढ़ में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद कॅरियर प्रकोष्ठ द्वारा विश्व छात्र दिवस पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य एल.एस.अलावा द्वारा महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अनुशासित रहने हेतु प्रेरित किया।
मुख्य वक्ता प्रो. सरिता जैन ने विद्यार्थियों को विद्यार्थी जीवन व्यक्ति का गर्भवस्था से ही प्रारंभ हो जाता है और उन्होने गुणैहि सर्वत्र पदं निधियते (जो गुणवान है वह उच्च पद प्राप्त करता है), ओर विद्यार्थी जीवन हर व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है, इसे हम जीवन का स्वर्णिम समय कह सकते है, ओर माताएं ही बच्चो को उच्च संस्कार ओर परिश्रम, अनुशासन, संयम एवं नियमों के साथ मानवीय गुणों का संचयन करना सीखाती है आदि बातो पर अपने विचार व्यक्त किये।
वही डॉ.रंजना पाटीदार ने विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थी को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए, ओर विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य तय कर अध्ययन कार्य करना चाहिये आदि बातों पर विचार व्यक्त किये। प्रो.आर.के.जैन ने भी विद्यार्थियों को उदेश्य के अनुसार कार्य करें आदि पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया जिसमें लगभग 90 विद्यार्थी उपस्थित रहें।
कार्यक्रम में महाविद्यालय का समस्त स्टॉफ, डॉ.ममता दास, डॉ.राकेश शिन्दे, डॉ.रीना खाण्डेकर, स्नेहलता मण्डलोई, लालिमा विजयवर्गीय, विजयाराजे दरबार, महेन्द्र अलावा, दिपेश डांगी, महेश उपाध्याय, बिन्दु गोखले, अजय राठौर, इन्दरचन्द झुन्झे एवं महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. डीएस मुजाल्दा ने किया एवं आभार प्रो. सुरेन्द्र रावत माना।