सरदारपुर। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सरदारपुर द्वारा वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक 122 लाख के संदिग्ध भुगतान की हेराफेरी कर दी। इन्होने करीब 122 लाख से अधिक की राशि अपने रिश्तेदारो और खुद के खाते मे ट्रांसफर की गई। जिसमे गरीब बच्चो की छात्रवृत्ति भी शामिल है। धार कलेक्टर द्वारा दिनांक 9 दिसंबर 2024 को आदेश क्रमांक 2032/2024 जारी कर सभी दोषी अधिकारियो/कर्मचारियो एवं हेरोफेरी की राशि प्राप्त करने वालो पर एफ.आई.आर. दर्ज करने के आदेश दो माह पूर्व दिए थे। लेकिन जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त धार द्वारा शासन की राशि में हेराफेरी करने वाले दोषी अधिकारी/कर्मचारी को बचाने के उद्देश्य से अभी तक एफआईआर नही करवाई गई है।
शासन की राशि मे हेरोफेरी कर अपने रिश्तेदारो के खातो मे राशि ट्रांसफर करने के अति गंभीर मामले मे दो माह बाद भी कोई कार्यवाही नही होने पर सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार एवं अनियमितता के गंभीर मामले मे शीघ्र ही कार्यवाही करने की मांग की है।
जांच रिपोर्ट मे यह पाया गया कि राशि 1 करोड़ 17 लाख 46395 रूपये में से राशि 62 लाख 16354 रूपये का भुगतान अपने रिश्तेदारो के खातो मे होना पाया गया है जो कि शासकीय निधी को पहुचाई गई हानि को दर्शाता है। साथ ही कर्मचारियो/अधिकारियो को गृह भाडा भत्ता राशि 5 लाख 37476 रूपये मे से राशि 5 लाख 24918 रूपये नियमो से अधिक भुगतान हुआ है। यह गंभीर अनियमितता की श्रेणी मे आता है।
विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र मे भी प्रश्न लगाकर विभाग का ध्यान आकर्षित करवाया था। जिला कलेक्टर धार के आदेश के बावजूद कार्यवाही नही करने से दोषी अधिकारी/कर्मचारी इसका लाभ उठाकर दस्तावेज में हेरफेरी कर गैर कानुनी कार्य कर रहे है।