

सरदारपुर। शासकीय सेवा से कर्मचारी एक निश्चीत उम्र के बाद रिटायर्ड होता है, लेकिन वह दिमाग से कभी रिटायर्ड नही होता है। सेवानिवृति के बाद कर्मचारी को अपने दिमाग को क्रियाशील रख कर उसे रचनात्मक कार्य मे लगाना चाहिये। उक्त उद्गार जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेन्द्र शर्मा ने गुरूवार को जनपद पंचायत के वरिष्ठ लेखापाल आरएल भुरिया के सेवानिवृत पर आयोजित विदाई समारोह के दौरान व्यक्त किये। श्री शर्मा ने कहा की भुरियाजी का स्वभाव सरल और सहज था। वै किसी कार्य के लिये ना नही कहते थे। साथ ही उनके मन मे किसी कर्मचारी के प्रति राग द्वेश का भाव नही था। कर्मचारियो के प्रति स्नेह के चलते ही अल्प सुचना मे ही इतना बडा कार्यक्रम आयोजित होना उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
कार्यक्रम मे अतिथी के तौर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष त्रिलोक पाल, उपाध्यक्ष मोहनलाल जमादारी, जिला पंचायत सदस्य रामचंद्र पटेल, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेन्द्र शर्मा के साथ श्री भुरिया मंचासीन थे। सर्वप्रथम सीईओ शर्मा ने सेवानिवृतिल ले रहे आरएल भुरिया का साफा बांधकर एंव पुष्पहार से स्वागत किया। साथ ही सभी अतिथीयो का पुष्पहार से स्वागत किया। जिसके बाद जनपद पंचायत के पंचायत इंस्पेक्टर दलसिंह परमार, पीसीओ मुकेश पंडित, सचिव अजयपालसिंह, गोपाल कुमावत, प्रवीण चावरे, प्रवीण भाटी, विपीन जोशी, उपयंत्री बबीता राज, राजेन्द्र केन, मुकेश अहिरवार, जनपद पंचायत के अरूण ठाकुर, बलराम मारू, बालकृष्ण चौधरी, कैलाश कन्नोज, मुकेश मारू, गजानंद कुमावत उमाशंकर शर्मा आदि ने श्री भुरिया का पुष्पहार से स्वागत किया। स्वागत भाषण मुकेश पंडित ने दिया। मिडीयाकर्मी मुस्लिम शेख ने संबोधित करते हुये कहा की विदाई का क्षण भावुक करने वाला होता है। लेकिन आज खुशी इस बात की है की शासकीय सेवा पुर्ण करने के बाद श्री भुरिया अपने परिवार के साथ रहेगे। सचिव संघ के अध्यक्ष अजयपालसिंह राठौर ने कहा की दो दशक से भी अधिक समय से श्री भुरिया ने जनपद पंचायत सरदारपुर मे सेवा दी है। इस दौरान किसी भी कर्मचारी से उनका वाद विवाद नही हुआ। हंसमुख मिलनसार श्री भुरिया ने सचिव, रोजगार सहायक से साथ हमेशा सहयोगत्क रवैया रखा। कार्यक्रम को प्रवीण भाटी, गोपाल कुमावत आदि ने भी संबोधित किया। सेवानिवृति के अवसर पर शाल श्रीफल के साथ उपहार दैकर श्री भुरिया को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अजय तोमर ने किया एंव आभार आशुतोष त्रिवेदी ने व्यक्त किया।