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सरदारपुर – महि पंचक्रोशी यात्रा का हुआ आगाज, विशाल चुनरी यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, महि माता को ओड़ाई 301 फिट की चुनरी, झंडा उठाने की बोली के साथ आरंभ होगी पदयात्रा

सरदारपुर। क्षैत्र की सबसे बडी धार्मिक यात्रा माही पंचक्रोशी के आरंभ होने के पुर्व सोमवार शाम को  चुनरी यात्रा निकाली गई। इन दौरान पुरा नगर धर्ममय हो गया। नगर को धर्मपताका से सजाया गया तो माही तट पर सुबह से ही मालवा-निमाड के अंचलो से श्रद्धालुओ के आने का क्रम आरंभ हो गया था। आसपास के अंचल से ग्रामीण पैदल ही टोले के रूप मे माही तट पर पहुॅचे। शाम को चुनरी यात्रा मे सहभागीता की। शाम 5:30 बजे प्राचीन माताजी मन्दिर सरदारपुर से 301 फीट की विशाल चुनरी यात्रा प्रारंभ हुई। जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए माही नदी पर पहुची। जहां पर माही माता का अभिषेक, पूजन अर्चन कर माही माता को चुनरी ओड़ाई गई।

चुनरी यात्रा में महंत मंगलदास महाराज, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मोहन पटेल, विधायक पुत्र शिवांग ग्रेवाल, सेवानिवृत्त एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री, समिति अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव, विष्णु चौधरी, गोलू बघेल, पिंटू मण्डलोई, परवेज लोदी, सांसद पुत्र यतेन्द्रपाल दरबार, राजेन्द्र गर्ग, जिला पंचायत सदस्य संजय बघेल, नवीन बानिया, धीरज पाटीदार, कमल चौधरी, सन्नी गर्ग, मयंक गर्ग, बलराम यादव, राहुल चौधरी, पप्पू पटेल आदि उपस्थित रहे।

 बलदेव हनुमान एवं मही माता के सानिध्य मे क्षेत्र की प्रसिद्ध माही पंचक्रोशी पदयात्रा मंगलवार को सबुह 8 झंडा उठाने की बोली के साथ आरंभ होगी। समिति अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि आयोजन का यह 24वॉ वर्ष है । चुनरी यात्रा   के समापन पर रात्रि मे कोरोना काल मे विभीन्न प्रकार से जनता के हित मे कार्य करने वाले शासकीय विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाएं, जनप्रतिनिधीयो का पंचक्रोशी समिति द्वारा अभिनन्दन पत्र भेट कर सम्मान किया गया। रात्रि मे विश्राम स्थल माही तट सरदारपुर पर मॉ महीद्रवे भक्तो सरदारपुर द्वारा श्रृध्दालुओ को भोजन करवाया  गया। दिनांक 23 फरवरी, मंगलवार को सुबह 08 बजे धर्म ध्वजा उठाने एवं अखण्ड ज्यौत उठाने की बोली लगने के बाद माही तट सरदारपुर से यात्रा प्रारंभ होगी। यात्रा का प्रथम विश्राम स्थल माही उद्गम स्थल मिण्डा रहेगा जहा पर सकल पंच राजपूत समाज मिण्डा द्वारा भोजन की व्यवस्था की जाएगी, द्वितीय विश्राम स्थल 24 फरवरी को नरसिंह देवला तीर्थ पर रहेगा जहा सर्वसमाज बोला द्वारा भोजन की व्यवस्था की जाएगी, तृतीय विश्राम स्थल 25 फरवरी को श्रृंगेश्वर धाम पर रहेगा जहा सूर्यवंशी क्षत्रिय राजपूत समाज छडावद द्वारा भोजन व्यवस्था की जाएगी, चुर्तर्थ विश्राम स्थल 26 फरवरी को गौशाला लाबरिया पर रहेगा जहा सकल पंच सिर्वी समाज अमोदिया द्वारा भोजन व्यवस्था की जाएगी, अंतिम दिन 27 फरवरी को दोपहर का भोजन माही माता मंदिर बोला पर सर्वसमाज बोला द्वारा भोजन की व्यवस्था की जाएगी एवं उसके पश्चात पॉच दिवसीय पदयात्रा जो क्षेत्र के लगभग 100 ग्रामो का भ्रमण कर लगभग 130 किलोमीटर की पदयात्रा कर दिनांक 27 फरवरी 2021 को माही तट सरदारपुर पर समापन होगा।

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