राजगढ़ – गुरुराज साख सहकारी संस्था ने 22 वर्ष पूर्ण कर 23 वें वर्ष में किया प्रवेश, कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष मेहता ने कहा – ग्राहकों व सदस्यों का संस्था पर अटूट विश्वास ही हमारी उपलब्धि
राजगढ़। संस्थापक प.पू. गच्छाधिपती आचार्यदेवेश श्री ऋषभचंद्र सूरिजी महाराज साहब के आशीर्वाद से गुरुराज विद्या साख सहकारी संस्था की स्थापना 14 जनवरी 2002 मक्रर संक्रांति को हुई थी, संस्था के आज 22 वर्ष हो चुके है तथा संस्था ने 23 वें वर्ष में प्रवेश किया है। संस्था के सदस्यों व ग्राहकों के अटूट विश्वास की बदौलत ही संस्था कई चुनौतियो का समना कर के आज भी अपने मुकाम को कायम रखा हैं। उक्त विचार गुरुराज साख सहकारी संस्था के स्थापना दिवस के अवसर पर संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ अभिभाषक राजेंद्र मेहता ने व्यक्त किए। अध्यक्ष मेहता ने कहा कि 22 वर्ष से संस्था बेहतर आर्थिक सूविधा देने एवं सामाजिक सहभागिता तथा जनकल्याण के क्षैत्र में सहयोग करने को हमेशा तत्पर है। ग्राहकों व सदस्यों का संस्था पर अटूट विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
इस अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष सुजानमल सेठ ने कहा कि संस्था ने 22 वर्ष पूर्ण करते हुए सहकारिता और सामाजिक क्षैत्र में कई सराहनीय योगदान दिए है। संस्था में डिपॉजिट पर राष्ट्रीकृत बैंक के समकक्ष ब्याज दिया जाता है। क्षैत्र में गुरुराज साख सहकारी संस्था एक मात्र ऐसी संस्था है जो सदस्य व ग्राहको को उनकी गाडी कमाई पूर्ण को पुर्ण रूप से सुरक्षीत रखती है।
संस्था कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित उपाध्यक्ष नरेंद्र भण्डारी, संचालक मण्डल के मनोहर जैन, प्रकाश पावेचा, ज्ञानेन्द्र मुणत, संजय भण्डारी, प्रबन्धक सजंय बाफना, कर्मचारी लोकेन्द्रसिंह सोलंकी, राहुल माली, नरेन्द्र माली, मुकेश परिहार, लखन पवांर, गटटूलाल बामनिया, संजय मारू, दिनेश पवांर सहित अन्य मौजूद रहे। अंत मे आभार प्रबंधक संजय बाफना ने व्यक्त किया।