राजगढ़। राजगढ़ के एक सामान्य परिवार की बालिका माही राजेंद्र शर्मा ने पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है। दरअसल, माही शर्मा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी यूपीएससी की परीक्षा में 106 वीं रैंक हासिल करते हुए आईपीएस पद प्राप्त किया। इसका परिणाम मंगलवार को ही घोषित हुआ। माही शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय पूरी तरह से माता-पिता और अपने गुरु देवेंद्र कुमार सतपुड़ा को दिया।
माही बताती हैं कि 12वीं के बाद ही सतपुड़ा ने मार्गदर्शन प्रदान करते हुए पग-पग पर गुरु की भांति साथ दिया और मुश्किल परिस्थितियों में भी हौसला बंधाया है। उन्होंने बताया कि सतपुड़ा के कारण ही आईपीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण हो पाई हूं। गौरतलब है कि माही शर्मा सरदारपुर तहसील की पहली महिला आईपीएस ऑफिसर होंगी। उनके पिता राजेंद्र शर्मा एक किराना व्यवसायी है। उन्होंने बताया कि बिटिया ने 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद ही सतपुड़ा के मार्गदर्शन में भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी आरंभ कर दी थी।
स्नातक होने के बाद वे दिल्ली गईं और डेढ़ वर्ष तक वहां पर तैयारी की। उन्होंने बताया कि माही महज 23 वर्ष की है। माही के शैक्षणिक गुरु देवेंद्र सतपुड़ा ने बताया कि माही शुरू से ही मेधावी छात्रा रही हैं। मुझे यह पता था कि माही एक दिन बड़े प्रशासनिक पद को सुशोभित जरूर करेंगी। माही की बौद्धिक क्षमताओं ने ही मुझे उन्हें आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी। यह सबकुछ माही की मेहनत का परिणाम है। सतपुड़ा कहते हैं हम सिर्फ मार्गदर्शन दे सकते हैं, उस पर यदि विद्यार्थी चलता है तो उसका भविष्य माही की ही तरह उज्ज्वल होता है।