राजगढ़। बच्चो में बचपन से ही धर्म रूपी बिज अंकुरित होना चाहिए, अपने माता पिता परिवार के साथ गुरु भगवंतो के मार्ग दर्शन में बच्चो में धर्म की जागृति होगी तभी कोमल हृदय के ये नन्हे बच्चे धर्म से जिन शासन के नाम देदीप्यमान कर सकेंगे। परिवार तथा कुल का नाम भी गौरवान्वित कर सकेंगे। ऊक्त प्रेरक बात मानव सेवा के पर्याय गच्छाधिपति आचार्य ऋषभचंद्र सुरीश्वरजी म.सा. के पट्टधर वर्तमान आचार्य मालव केसरी हितेशचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. द्वारा राजगढ़ के उदय पेलेस में बसंतीलाल बाफना परिवार के श्री संजय कुमार बाफना के नन्ही बेटी हिमानी बाफना द्वारा भीषण गर्मी किं परवाह किए बिना सिद्धाचल तीर्थ की नवाणु यात्रा करने पर कही।
आचार्य श्री ने कहा कि अभवी जीव नजर न निहारे पुण्यवान जीव ही प्रभु निहारे, शुद्ध भाव से यात्रा करने वाला व्यक्ति अपनी कर्मो की निर्जरा का मार्ग प्रशस्त करता है। गिरिराज की छठ कर के सात यात्रा करने वाला आठ भव के बाद मोक्ष प्राप्त करता है।
गिरिराज की लगभग 3800 सीढ़िया चढ़ना तथा दादा आदिनाथ के दर्शन वंदन पूजन चेत्यवंदन कर उतरना वह भी व्रत में रह कर असंभव तो नही किंतु कठिन जरूर है, किंतु यात्रा करने वाले के भाव प्रबल हो तो दादा स्वयं यात्रा करवाते है। यात्री की वेदना देखकर हमारे मन को पीड़ा हो सकती है किंतु तपस्वी के चेहरे की चमक देखने लायक रहती है। हिमानी ने अपनी हिम्मत से धर्म मार्ग पर निरंतर चल कर अपने मनोबल को मजबूत किया तथा 101 यात्रा पूर्ण की हमे भी सदा नवाणु यात्री के उत्साह में अभी वृद्धि कर सकारात्मक अनुमोदना करना चाहिए।
धर्म सभा में मुनि दिव्यचंद्र विजय जी, मुनि वेराग्ययस विजयजी तथा साध्वीजी भगवंत भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में आचार्य श्री हितेशचंद्र सुरीजी, साधु साध्वी जी भगवंत का प्रातः ढोल से बदाकर जैन श्रीसंघ एवं बाफना परिवार ने उदय पेलेस में प्रवेश करवाया। गुरुवंदन दिलीप बाफना ने करवाया तथा स्वागत मंगल गीत यतींद्र डुंगरवाल ने गाया। स्वागत भाषण मोहनखेड़ा तीर्थ के ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने दिया। मीनल एवं श्रेया ने नवकार मंत्र की प्रस्तुति दी। प्रियल एवं पूर्वा ने स्वागत नृत्य किया।
वही एडव्होकेट राजेंद्र मेहता, नगर पंचायत उपाध्यक्ष दीपक जैन, वीरेंद्र जैन पत्रकार, जया डुंगरवाल, रानू डांगी ने हिमानी की नवाणू यात्रा की अनुमोदना में भाव व्यक्त किए। प्रीति चंडालिया, प्रियंका चोपडा, शीतल बाफना मीनल बाफना ने गीत प्रस्तुत किया। श्रीसंघ राजगढ़ एवं मालवा श्रीसंघ की ओर से वीरेंद्र जैन, सुजानमल जैन, राजेंद्र मेहता तथा गुरु राजेंद्र साख संस्था की ओर से हिमानी को अभिनंदन पत्र भेंट किया। हिमानी ने अपनी नवानु यात्रा के संस्मरण सुनाए। आचार्य श्री को बाफना परिवार की ओर से कामली ओढ़ाई गई। कार्यक्रम का संचालन निर्मल श्रीश्रीमाल ने किया तथा आभार दिलीप व संजय बाफना ने व्यक्त किया।