

सरदारपुर। सोमवार को अखिल भारतीय सीरवी महासभा मध्य प्रदेश तहसील संगठन सरदारपुर द्वारा महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश तथा स्वास्थ्य मंत्री मध्यप्रदेश के नाम से एसडीएम विजय राय सरदारपुर समाज जनों द्वारा ज्ञापन दिया गया। जिसमें बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ग्राम कापसी के निवासी कैलाश चंद्र पिता मोतीलाल सिर्वी को 8 अक्टूबर 2020 को इंदौर के एमजीएम सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीज के परिजनों को कोरोनावायरस एक्टीमरा 400 एमजी इंजेक्शन लाने हेतु कहां गया जो कि मरीज के परिजन ने समय पर उक्त इंजेक्शन अस्पताल प्रबंधक उपलब्ध कराए थे। जिससे कि मरीज का उपचार हो सके लेकिन अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से उक्त इंजेक्शन संबंधित मरीज को ना लगाते हुए अन्य व्यक्ति को बेच दिए गए जिससे मरीज की स्थिति लगातार बिगड़ती गई और 17 अक्टूबर 2020 को इंदौर के वेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक की मृत्यु का प्रथम कारण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल इंदौर का प्रबंधक तथा वहां के कर्मचारी है जिन्होंने 10 दिन तक भर्ती रहने के उपरांत सही इलाज नहीं मिल पाने के कारण स्थिति गंभीर बन गई अस्पताल के इस कुकृत्य एवं माननीय लापरवाही के कारण हमारे व्यक्ति की मृत्यु हुई जिससे सीरवी समाज को जनहानि के साथ-साथ परिवार को लाखों रुपए के आर्थिक क्षति भी हुई है। इस मानवीय दुर्घटना से संपूर्ण मध्यप्रदेश के निवास सीरवी समाज सहित क्षेत्र वासियों में भयंकर आक्रोश है। यथाशीघ्र सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल प्रबंधन के कर्मचारियों के विरुद्ध जांच कर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करते हुए आर्थिक क्षति की भरपाई करना सुनिश्चित करें अन्यथा आगामी दिनों में समाज द्वारा उक्त घटना के विरोध में संपूर्ण प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान डॉ दिनेश सतपुड़ा, बाबूलाल चौधरी, वर्दीचंद्र चोयल, सिर्वी समाज सरदारपुर तहसील अध्यक्ष मदन चोयल रिंगनोद, बाबूलाल परवार, पवन परवार, अखिलेश मुलेवा, नंदराम भायल, सोहन गहलोत, हीरालाल चौधरी, दिनेश परवार, जसवंत चोयल, रोहित चौधरी सहित बड़ी संख्या में समाज जन मौजूद थे। उक्त जानकारी तहसील मीडिया प्रभारी विनोद सिर्वी धुलेट ने दी।
