

सरदारपुर। इन्दौर-अहमदाबाद राजमार्ग पर फुलगावड़ी मे स्थित चार होटलो जो राजस्व नियमो के तहत डार्यवेशन राजस्व शुल्क वर्षो से जमा नही कर रहे थे। इन पर राजस्व विभाग का लाखो रुपया बकाया चल रहा था। नोटिस जारी करने के बाद भी डार्यवेशन राजस्व शुल्क जमा नही कर रहे थे। जिसकी वसूली कार्यवाही को लेकर तहसीलदार ने शुक्रवार की सुबह कार्यवाही करते हुए चारो होटलो को डार्यवेशन राजस्व शुल्क व जुर्माना जमा नही करने तक कुर्की का मोका पंचनामा बनाकर सील कर दिया।
तहसीलदार प्रेमनारायण परमार ने बताया कि इन्दौर-अहमदाबाद राजमार्ग फूलगावड़ी के मुख्य मार्ग पर स्थित गुर्जर रेस्टोरेंट की बकाया राशि 2 लाख 75 हजार रुपए , मां अन्नपूर्णा होटल की बकाया राशि 87 हजार रुपए, होटल राजलक्ष्मी रेस्टोरेंट की बकाया राशि 1 लाख 4 हजार रुपए, होटल जयभवानी की बकाया राशि 77 हजार वर्षो से बकाया थी। यह होटल व्यवसाई होटल संचालन प्रारंभ करने से आज तक राजस्व विभाग विभाग को डार्यवेशन राजस्व शुल्क जमा नही कर रहे थे। राजस्व विभाग ने इन सभी होटल संचालको को नोटिस जारी कर बकाया राशि जमा करने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी थी। लेकिन निश्चित समयावधि मे डार्यवेशन राजस्व राशि जमा नही करने से शूक्रवार को राजस्व विभाग का अमला दल-बल के साथ होटलो पर पहुंचा और मोका पंचनामा बनाकर 4 होटलो को डार्यवेशन राजस्व वसूली जुर्माना सहित जमा नही करने तक कुर्की कार्यवाही करते हुए होटले सील किया गया। इस बड़ी कार्यवाही के बाद गुर्जर होटल संचालक ने तत्काल तहसील कार्यालय पहुंचकर ,राजलक्ष्मी होटल व माॅ अन्नपुर्णा के द्वारा बकाया राशी जमा करने के बाद तीनो होटलो को संचालन के लिये खोल दिया गया। तहसीलदार की इस कार्यवाही से सरदारपुर तहसील के होटल संचालको मे हड़कंप मचा हुआ है। होटलो पर कार्यवाही के दौरान नायब तहसीलदार प्रकाश परिहार, नायाब तहसीलदार शिखा सोनी ,पटवारी अमला, कोटवार व पुलिसबल मोजूद रहा। तहसीलदार श्री परमार ने बताया की तहसील क्षैत्र के बरमंडल,राजौद,राजगढ,सरदारपुर व अमझेरा क्षैत्र मे भी इस तरह की बडी कार्यवाही हो सकती है। यहा पर राजस्व बकायादारो को नोटिस जारी किये जा चुके है। यदि ये लोग शुल्क जमा कर देते है तो इन पर कार्यवाही नही की जायेगी।
इधर, बताया जा रहा है कि जूनापानी टोल प्लाजा से मांगोद तक के 40 किलो मीटर के इन्दौर-अहमदाबाद राजमार्ग के दायरे मे 50 से अधिक होटले संचालित होती है। जिन्होने राजस्व डार्यवेशन शुल्क वर्षो से जमा नही किया है। वे भी राजस्व विभाग के निशाने पर है। जिन पर भी जल्द ही तहसीलदार द्वारा कार्यवाही की जा सकती है।