सरदारपुर। आदिवासी गुरू आश्रम गौशाला गोन्दीखेडा के मेन गेट पर आदिवासी गुरू आश्रम गौशाला समिति गोन्दीखेडा चारण का नाम पोतने की घटना से आदिवासी समाजजन में आक्रोश व्याप्त हो गया। मंगलवार को आदिवासी समाजजन द्वारा खेल परिसर मैदान सरदारपुर से रैली निकालकर मुख्यमंत्रीके नाम पर नायब तहसीलदार हेमलता डिन्डौर को ज्ञापन सौपकर 5 फरवरी को नाम पोतने वाले संबधित व्यक्यिो पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया कि उक्त व्यक्ति आए और जाति सूचक शब्द और गाली गलौज करते हुए यह कहा कि आदिवासी गुरू आश्रम गौशाला समिति गोंदीखेडी चारण का नही है और बोर्ड पर लिखे नाम आदिवासी गुरू आश्रम गोशाला समिति गोंदीखेडा चारण को पुरी तरह मिटा दिया, पोत दिया गया। जिसके बाद उक्त व्यक्तियो द्वारा चेतावनी दी गई कि आश्रम तुम आदिवासियो का नही है अगर तुमने दौबारा बोर्ड पर नाम लिखा तो सभी को जान से खत्म कर देंगे। इस प्रकार आदिवासी गुरू आश्रम गौशाला समिति गोंदीखेडी चारण का नाम मिटाने, नाम पोतने की घटना से आदिवासी समाजजन अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा है। दिनांक 6 फरवरी को आदिवासी गुरू आश्रम समिति गोंदीखेडा चारण द्वारा थाना राजोद पर उक्त घटना की लिखित मे सुचनार्थ देकर संबंधित व्यक्तियो पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई थी लेकिन 3 दिवस बाद भी पुलिस थाना राजोद द्वारा कोई भी कार्यवाही नही की गई है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि तहसील सरदारपुर अंतर्गत गुरू आश्रम गौशाला समिति गोंदीखेडी के मेन गेट पर से आदिवासी गुरू आश्रम गौशाला समिति का नाम मिटाने एवं पोतने वाले व्यक्तियो पर प्रकरण दर्ज करने की कृपा करे। अन्यथा धार जिले के आदिवासी समाजजन द्वारा चरणबध्द आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन का वाचन लालसिंह मेडा द्वारा किया गया। इस दौरान तोलाराम गामड, केकडिया डामोर, वीरसन भगत, पंजी डामर, प्रभु खराडी, प्रकाश भुरीया, अर्जुन मुणिया, बद्री मुणिया, रमेश डामर, शांतिलाल डामर, नाहरसिंह, रतनलाल खराडी, कैलाश खराडी, बीजल बा, धन्नालाल डामर, कैलाश भुरीया, मांगीलाल भुरीया आदि समाजजन उपस्थित थे।
सरदारपुर – गुरू आश्रम गौशाला गुन्दीखेडा का नाम मिटाने पर आदिवासी भगत समाज में आक्रोश, ज्ञापन सौपकर की प्रकरण दर्ज करने की मांग
RELATED ARTICLES