

राजगढ़। विश्व हिन्दी अकादमी मुंबई के द्वारा राष्ट्रीय ओज कवि यशवंत चौहान को 7 मार्च को काव्य भूषण अलंकरण मुंबई के सुप्रसिद्ध मुक्ति फाउंडेशन में प्रदान किया गया। हिन्दी काव्य मंचों पर लगातार 3 दशकों तक ओजस्वी कविताओं द्वारा अखिल भारतीय मंचों पर राष्ट्र भक्ति की अलख जगाने, कृतियों- अनंत की ओर, भोपावर तीर्थ का इतिहास एवं मुक्ताहार के प्रकाशन एवं अनेक साहित्यिक उपलब्धियों के लिये उन्हें “काव्य भूषण अलंकरण” प्रदान किया गया। इस अवसर राष्ट्रीय एकता को समर्पित उनकी काव्य कृति मुक्ताहार का लोकार्पण भी किया गया ।
मुंबई के मुक्ति आडिटोरियम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर फ़िल्म, साहित्य एवं संगीत की त्रिवेणी का अद्भुत संगम हुआ। जिसमें अनेक सेलिब्रिटी के बीच साहित्य का यह विशिष्ट सम्मान प्राप्त होना नगर, क्षेत्र एवं प्रदेश के लिये गौरव का विषय है । इस विशेष आयोजन में स्मिता ठाकरे (फ़िल्म प्रोड्यूसर एवं इंडियन सोशल एक्टिविस्ट), अरुणा राजे (फ़िल्म डायरेक्टर), पद्मश्री सोमा घोष (शास्त्रीय गायन), समीर (गीतकार), सुनील पाल (इंडियन कॉमेडियन), मीनू सिंह (गायिका), मंजू गौतम (फ़िल्म प्रोड्यूसर), विश्व हिन्दी परिषद के अध्यक्ष केशव राय आदि अनेक नामचीन हस्तियां शामिल थी। इस अवसर पर कवि चौहान ने अपनी ओज कविताओं के द्वारा कार्यक्रम को पूर्ण ऊंचाईयां प्रदान की। उन्होंने अपनी कुछ विशेष कविताएं नारी शक्ति के सम्मान में पढ़ी।