दसाई – स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव, ना एम्बुलेंस ना ऑक्सीजन, कोरोना संक्रमण से परेशान मरीजों को जाना पड़ रहा है धार, सरदारपुर सहित अन्य शहर
दसाई। कोरोना महामारी के बढते प्रकोप से हर कोई परेशान नजर आ रहा हैं वही व्यक्ति बिमार होने पर अपने-आप को काफी परेशान महसुस कर रहा हैं। साथ ही इलाज के लिए इधर-उधर भटक भी रहा हैं मगर समय पर इलाज नही मिल पा रहा है। दसाई में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। मगर कोरोना महामारी से लडने के लिये सुविधा के नाम से कुछ भी नही हैं जबकि कहने को सरदापुर तहसील का सबसे बडा गाॅव दसाई हैं। जिसकी आबादी 12 हजार से भी अधिक है। साथ ही आसपास के कई गाॅव भी दसाई पर निर्भर हैं। जिसकी कुल आबादी लगभग दसाई सहित 50 हजार से अधिक हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सुबह से ही मरीजो की भीड जमा रहती हैं। वर्तमान में दसाई सहित आसपास के क्षेत्र में कोरोना मरीजो की संख्या प्रतिदिन मिल रही हैं।
वर्तमान में यहाॅ पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लम्बे समय सें दवाईयो का अभाव बना हुआ हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही जा रहा है जबकि वर्तमान महामारी के समय में दवाईयो की कमी नही होना चाहिये। केन्द्र पर आदिवासी एवं गरीबों को साधारण सर्दी, खांसी एवं बुखार आदि की दवाईयां बाजार से खरीदकर लाना पड रहीं है।
कोविड मरीज के लिये नहीं है कोई सुविधा- कोरोना महामारी की जांच के लिये यहां कोई साधन उपलब्ध नही होने से कई परेशानियां मरीजो को झेलना पड रही हैं। वहीं कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर उन्हें सरदारपुर या धार की दौड लगाना पड रही हैं। साथ ही सरदारपुर या धार में ही इलाज कराना पड रहा हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वास्थ्य कर्मियां के लिये पीपीई कीट तक उपलब्ध नही हैं ।
वही आक्सीजन जैसी सुविधा के लिये दसाई का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लम्बे अरसे से तरस रहा हैं। लेकिन आज तक यह सुविधा नही मिल पाई है। इतने बडे क्षेत्र की विशाल जनसंख्या के लिये वर्तमान में यहाॅ पर एक मात्र आक्सीजन सिलेंडर हैं लेकिन वह भी लिकेज होने से उसमें आक्सीजन नही हैं। ऐसे मे आपातकालीन मरीज की जान पर बन आती है। कोरोना सहित दुर्घटना के समय या कोई गंभीर मरीज के आजाने पर आक्सीजन नहीं मिल पाने के चलते कई बार मरीज की जान पर बन आती है।
एंबुलेंस भी नहीं – शासन की महती योजना के तहत प्रत्येक क्षेत्र के लिये एक एंबुलेन्स की सुविधा होना चाहिये मगर इस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एंबुलेंस वाहन नही होने से मरीजो को निजी वाहन कर के धार या सरदारपुर जाना पडता हैं। जबकि दसाई जैसे बडे गाॅव मे वर्तमान समय में एंबुलेंस अति आवश्यक हैं। कई बार गर्भवती महिलाओं को भी एंबुलेन्स के अभाव में निजी वाहन करना होता है। लेकिन वह भी समय पर नहीं मिल पाने से मरीजों को भारी परेषानी उठाना पडती है।
इतने बडे आदिवासी बाहूल्य क्षेत्र में अस्पताल में एक डाक्टर कार्यरत होने से मरीजो को भारी परेषानी उठाना पडती है। यद्यपि यहां दो डाक्टर कार्यरत है लेकिन कोविड के चलते एक को अन्यत्र अटेच कर देने से यहां पर एक डाक्टर की सेवायें ही मिल पा रहीे है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शासन की कई स्वास्थ्य संबधी कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करना होता है। तथा उनका प्रशिक्षण एवं फिल्ड वर्क के चलते डाॅक्टर को अन्यत्र आना जाना होता है। वर्तमान परिस्थितियो को देखते हुए यहाॅ दो डाॅक्टर नियमित कार्यरत होना अति आवश्यक है।
मेडिकल ऑफीडर डाॅ. मोनिका पटेल ने बताया कि वर्तमान में स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाई की कमी बनी हूई हैं। मांग पत्र भेज दिया गया हैं । ऑक्सीजन सिलेंडर लिकेज हैं। इसलिये इसे भराया नही जा रहा है। कोरोना के लक्षण वाले मरीजो को सरदारपुर भेजे जा रहे हैं।
मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिला मुजाल्दा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कमी को लेकर मांग पत्र बनाकर भेजें षीघ्र ही व्यवस्था की जावेगी। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिये स्वास्थ्य केन्द्र दसाई को धार से सम्पर्क करना चाहिये ।