सरदारपुर – एंबुलेस की बड़ी दर वापस लेने के लिए विधायक ग्रेवाल ने सीएम को लिखा पत्र, निजी अस्पतालों की लुट पर सख्त हो सरकार, इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर हो कार्रवाई
सरदारपुर। कोरोना महामारी के दौर में एंबुलेस की दरों दो गुना वृद्धि को वापस लिये जाने एवं आर.टी.पी.सी.आर रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने और रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी होने के चलते गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक प्रताप ग्रेवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार करने की मांग की है। अन्यथा आंदोलन की चेतावनी भी दी है। विधायक श्री ग्रेवाल ने पत्र में लिखा कि सरकार और प्रशासन की नाकाबिलियत से अस्पताल में बेड नही मिल रहे है, आर.टी.पी.सी.आर रिपोर्ट नही मिल रही है, रेपिड एंटिजन रिपोर्ट नही मिल रही है, और ना ही आसीजन मिल रही है, ना दवा और इन्जेक्सन मिल रहे है। ऐसी स्थिति में लोग तड़प-तड़प कर घर पर, अस्पताल के दरवाजों पर, गलियारों ओर सड़कों पर दम तोड़ रहे हैं।
प्रदेश में ऐसी विषम परिस्थिति के बावजूद भी एंबुलेंस की दरो में दो गुना वृद्धि करना चौकानें वाली बात है। इससे यह सिद्ध होता है कि सरकार की चिंता मर रहे व बिमारी से संघर्ष कर रही जनता के प्रति कम है। दूसरी ओर रेपिड एंटिजन रिपोर्ट नही मिलने से मरीज को खुद की यथा स्थिति पता नही होने से वे मजबुरन एक्स-रे और सी.टी. स्केन करवाने के लिये मजबुर है। जिससे गरिब की जेब पर आर्थिक मार भी पड़ रही है। वही जाॅच रिपोर्ट समय पर नही आने के कारण मरीज में और ज्यादा इन्फेक्शन ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे दुसरो में भी संक्रमण बढ़ने की भी संभावना बढ़ जाती है ना तो सरकार निजी अस्पतालो की लूट एवं की कालाबाजारी रोकने में असफल हैं और ना ही जनता को कम दर पर इलाज मुहैया करा पा रही है।
इस वजह से कहीं लोग बेमौत दम तोड़ रहे हैं। एंबुलेंस के रेट दो गुना, इन्जेक्शन के रेट तीन गुना करना, निजी अस्पतालो को लुट की छुट देना, कालाबाजारी पर कोई कार्यवाही ना करना। इन सब से लगता है कि यह सरकार एक नकारा सरकार है। निजी अस्पतालों को लुट पर अंकुश लगाने के लिये सख्त कदम उठाये जाए, इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वालो पर रासुका में बंद किया जाए।