रमेश प्रजापति, सरदारपुर। कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए आमजन घरों में दुबके हुए हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कोरोना वारियर्स अपनी ड्यूटी पूरी सजगता के साथ निभा रहे। महामारी के इस दौर में एक मां अपने बच्चों को खुद से दूर रखकर लगातार अपनी सेवाएं दे रही है। हम बात कर रहें है सरदारपुर की नायब तहसीलदार हेमलता डिण्डोर की, जो मानवता की मिशाल बनी है। मानवता के लिए उन्होंने अपने चिरागों को भी दूर रखा है। ऐसी मां को हम हम शीश नमन करते है।
नायब तहसीलदार श्रीमती डिंडोर महामारी के इस दौर में अमझेरा तथा दसाई क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर अपना फर्ज निभा रही हैं। नायब तहसीलदार श्रीमती डिंडोर टीम वर्क करते हुए कोरोना महामारी से लोगों को बचाने हेतु जमीन पर डटी हुई हैं। वे कहती हैं कि कोरोना के इस दौर में ड्यूटी करना चुनौती भरा है, क्योंकि वायरस घातक हो चुका है ओर वो कभी भी आपको चपेट में ले सकता हैं। फिर भी देशभर में हमारी तरह कई अधिकारी एवं कर्मचारी है जो ड्यूटी कर रहें हैं। क्योंकि इस वक्त देश एवं समाज को हर हाल में महामारी से निज़ात दिलवाना हैं।
लोगों को देती है समझाइश –
नायब तहसीलदार डिंडोर दसाई तथा अमझेरा क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की समझाइश दे रही हैं। दसाई तथा अमझेरा क्षेत्र काफी बड़े क्षेत्र हैं। क्षेत्र में जहाँ भी कोरोना पॉजिटिव मरीजो के बारे में जानकारी मिलती हैं। वहां जाकर उन्हें धेर्य रखने की समझाईश के साथ ही क्षेत्र को कंटेंनमेंट जोन बनाकर लोगों से घर मे रहने की अपील करती हैं। साथ ही जहाँ भी शादि समारोह होने की सूचना मिलती हैं वहाँ जाकर लोगों को शादियां टालने की अपील करती हैं। नायब तहसीलदार श्रीमती डिंडोर बताती है कि समारोह टालने के लिए लोगों को समझाईश थोड़ा मुश्किल रहता हैं। जब लोगो से अपील करते हैं तो वे मान जाते हैं। वे कहती है कि यह सब टीम वर्क से संभव होता हैं। उनके साथ क्षेत्र का पुलिस महकमा तथा राजस्व अमला भी जमीनी स्तर पर अपना कर्तव्य निभा रहा है।
बच्चों को कोई दिक्कत ना आए इसलिए खुद से रखती है दूर –
नायब तहसीलदार हेमलता डिंडोर के पति मनासा में जनपद सीईओ रहे हैं तथा हाल ही में उनका स्थानांतरण भोपाल हुआ है। वे भी कोविड में लगातार अपना फर्ज निभा रहें हैं। नायब तहसीलदार डिंडोर के 17 एवं 19 वर्ष के दो बेटे है, लगातार जमीनी स्तर पर अपनी ड्यूटी करने के कारण वे कई बार पॉजिटिव लोगों के सम्पर्क में भी आती है। उनकी वजह से उनके बच्चों को कोई दिक्कत ना हो इसलिए उन्हें वे अपने से दूर अपने घर झाबुआ में ही रख रही हैं। कई बार बच्चों की याद आती है तो वे उनसे वीडियो काल के बात कर लेती हैं। नायब तहसीलदार श्रीमती डिंडोर बताती है कि बच्चों को काफी चिंता रहती हैं। लेकिन में उन्हें समझाइस देती हूं कि में पूरी सुरक्षा के साथ अपनी ड्यूटी कर रही हूं।
अपनी सोंच रखें पॉजिटिव, महामारी में बरते सावधानी –
नायब तहसीलदार डिंडोर कहती है कि कोरोना कर्फ़्यू का पालन करवाना हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। व्यापरियों से लेकर आम नागरिक तक को हम समझाईश देते है। वर्तमान में कील कोरोना अभियान चल रहा है। जिसमें हर रोज गांवो में भ्रमण करना पड़ता है। कितनी भी धूप क्यों ना लोगो से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने जमीन पर उतरना ही पड़ता है। वे कहती है कि कोरोना महामारी से बचना है तो हर हाल में सावधानी बरतनी चाहिए। अगर थोड़ा सा भी संक्रमण हुआ है तो घबराएं नही, डॉक्टर को दिखाएं तथा अपनी सोच को पॉजिटिव रखें। शासन-प्रशासन कोरोना पर तभी फ़तह हासील कर पाएगा जब उन्हें जनता पूरा-पूरा सहयोग करेगी।
नायब तहसीलदार हेमलता डिंडोर की तरह महामारी में कई महिला अधिकारी अपने कर्तव्य पथ पर डटी हुई है। उनके लिए हम कहना चाहेंगे कि –
नारी शक्ति है, सम्मान है
नारी गौरव है, अभिमान है
नारी ने ही ये रचा विधान है
हमारा शत-शत प्रणाम है..