![](https://chetaktimes.com/wp-content/uploads/2021/06/IMG-20240722-WA0102.jpg)
सरदारपुर। पश्चिमी विक्षोभ के चलते रविवार को धार, झाबुआ और अलीराजपुर जिले में हुई बारिश के बाद रबी की फसलों को राहत मिली है। बारिश से जहां नुकसान कम तो फायदा अधिक हुआ है। रविवार को दोपहर मे 4 बजे से आरंभ हुआ बारिश का क्रम पुरी रात रूक-रूककर जारी रहा। सोमवार सुबह करीब 8 बजे तक अधिकांश स्थानों पर बारिश होती रही है। नवंबर माह में हुई मावठे की बारिश ने पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया। धार जिले की बात करे तो मनावर में सबसे अधिक 82 मिमी यानी तीन इंच से अधिक बारिश हुई है। कुक्षी में 74 मिमी लगभग तीन इंच, पीथमपुर में 60 मिमी, गंधवानी में 50 मिमी, सरदारपुर में 52 मिमी और धार में 50 मिमी के लगभग बारिश दर्ज हुई है। वही सबसे कम निसरपुर में 13 मिमी बारिश दर्ज हुई है। धार जिले में 14 विकासखंड मे 645.8 मिमी बारिश दर्ज हुई है।
बारिश से जहां मौसम में ठंडक घुल गई वही रबी की फसलों के लिये भी बारिश अमृत बनकर बरसी है। बारिश से जहां नुकसान कम हुआ है, तो फायदा अधिक हुआ है। गेहूं की फसल को तो करीब 10 से 15 दिनों तक पानी पिलाने की जरूरत नही पडेगी। हवा के साथ हुई बारिश से मटर, कपास, मक्का एवं टमाटर की फसलों को नुकसान की आशंका व्यक्त की गई है। कई स्थानो पर तो हवा आंधी के साथ बारिश से मक्का एवं कपास की फसल आड़ी हो गई तो कुछ स्थानों पर खेतों मे भारी जलजमाव भी हो गया।
जल संसाधन विभाग झाबुआ के कार्यपालन यंत्री विपिन पाटीदार ने बताया की बारिश के बाद रविवार को माही परियोजना के मुख्य बांध एवं उप मुख्य बांध कालीकराई की नहरो को बंद कर दिया गया है। विभाग की टीम सतत भ्रमण कर स्थिति पर निगाह रख कर किसानों के संपर्क में है। जहां पर भी किसानों को पानी की जरूरत होगी उनकी मांग के अनुसार पानी उपलब्ध कराया जायेगा। वैसे तो बारिश के बाद जमीन में नमी और आगामी दिनों में मौसम के रुख को देखते हुए करीब एक पखवाड़े तक पानी की जरूरत महसूस नहीं होगी।
वही जल संसाधन विभाग सरदारपुर के एसडीओ राहुल ठाकुर ने बताया की बारिश के बाद सिंचाई विभाग सरदारपुर अंतर्गत 60 तालाबों में से सभी तालाबों की नहरों का संचालन बंद कर दिया गया है। आगामी दिनों मे किसानों की मांग के अनुरूप उन्हें सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जायेगा।