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नियमों को ताक पर रखकर संचालित होती वृंदावन पब्लिक स्कुल…

रमेश प्रजापति,सरदारपुर। मध्य प्रदेश सरकार जहाँ एक और शिक्षा के लीये प्रयासरत है वही दूसरी और कई प्रायवेट स्कुल के संचालक शासन के नियमो को ताक पर रखकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहें है। 
नियमों को ताक पर रखकर स्कुल संचालित करने का एक मामला सामने आया। सरदारपुर तहसील के ग्राम भानगढ़ की वृंदावन पब्लिक स्कुल शासन के नियमो को अनदेखा कर संचालित की जा रही है। स्कुल का ना तो भवन ठीक है और ना ही छात्र – छात्राओं के लिये शौचालय की व्यवस्था है। स्कुल भवन भी जर्जर है जो कई जगह से जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। ऐसे में अगर स्कुल भवन का हिस्सा गिर जाता है और बच्चों को चोट आ जाती है तो उसका जवाबदार कौन होगा यह एक बड़ा सवाल है। 
 हो चूँकि है शिकायत :- वृंदावन पब्लिक स्कुल भानगढ़ में मुलभुत सुविधाए भी ठीक तरह से नही है। उक्त स्कुल की शिकायत सरदारपुर निवासी शब्बीर अली पिता मंजर अली जैदी द्वारा खण्ड स्त्रोत समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र सरदारपुर को की गई है। शिकायतकर्ता शब्बीर अली ने अपने शिकायत पत्र में बताया की ग्राम भानगढ़ में वृंदावन पब्लिक स्कुल शासन के मापदण्ड के नियमो को अनदेखा कर संचालित हो रही है। बच्चों के पालको से फ़ीस के नाम पर मोटी रकम वसूलकर बच्चों के भविष्य साथ खिलवाड़ एवं पालको के साथ सुविधा के नाम पर धोखेबाजी हो रही है। शिकायतकर्ता ने स्कुल की मान्यता एवं मापदण्ड की जाँच कर कार्यवाही करने की मांग की है। 

हो सकती है स्कुल की मान्यता रद्द :- वृंदावन पब्लिक स्कुल भानगढ़ जिस तरह से संचालित की जा रही है वह सरकारी मापदण्ड व नियमो की सरासर अनदेखी है। यहाँ शिक्षा अधिकारियो की लापरवाही भी सामने आ रही है। जब स्कुल को मान्यता दी गई थी तब स्कुल भवन व मुलभुत सुविधाओ की जाँच क्यों नही की गई। स्कुल भवन जर्जर होने के कारण कभी भी भरभरा कर गिर सकता है। स्कुल संचालकों द्वारा शासन को धोखे में रखकर स्कुल संचालित कर मासूम बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर शिक्षा अधिकारी मामले की जाँच कर कार्यवाही करे तो स्कुल की मान्यता भी रद्द हो सकती है। 
तहसील में कई है ऐसी स्कुलें :- सरदारपुर तहसील में ऐसी कई प्राईवेट स्कुले है जो शासन के नियमो को ताक पर रखकर संचालित की जा रही है। कई स्कुलो के भवन जर्जर है एवं खेल के मैदान सहित कई मुलभुत सुविधाए भी नही है। प्रायवेट स्कूलों की आड़ में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। अगर शिक्षा अधिकारी धरातल पर जाकर कार्यवाही करे तो कई स्कूलों की मान्यता भी रद्द हो सकती है।
मामले में खण्ड स्त्रोत समन्वयक अधिकारी मगनसिंह मेड़ा सरदारपुर से चर्चा की तो उन्होंने बताया की वृंदावन पब्लिक स्कुल की शिकायत हुई है। हम जाँच कर रहें है।
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