Homeअपना शहरमंडी में तोला जा रहा था कम अनाज, किसानों ने किया विरोध,...

मंडी में तोला जा रहा था कम अनाज, किसानों ने किया विरोध, मंडी छोड़ भागे व्यापारी…

गोपाल राठौड़,पेटलावद। मंडी
में किसानों से खुल्ली लूट मची हुई है। किसानों को अधिक दाम देकर माल कम
तोला जा रहा है। 1 क्विंटल माल पर 20 किलों का अंतर आ रहा है। जिसके चलते
ग्रामीण किसानों में आक्रोश है। किसानों के आक्रोश के चलते व्यापारी इधर
-उधर भागते नजर आए। कोई भी व्यापारी किसानों का सामना करनें को तैयार नहीं
हुआ।

किसानों ने आक्रोशीत
होकर लगभग 30 मिनिट तक हंगामा किया। किसानों का कहना है कि हम हमारा माल
मंडी में इसलिए लाते है कि हमें उचित भाव और सही वजन मिले किंतु यहां
स्थिति और अधिक खराब चल रही है। मंडी प्रशासन की मदद से ही इस प्रकार
किसानों से लूट हो रही है।
शनिवार
को मंडी में प्रकाश पिता बालू निनामा अलसियाखेड़ी और भमर सिंह बेकल्दा
गंगाराम अन्य किसान मंडी में अनाज बेचने आए थे।  प्रकाश अपने घर से गेहूं
को तोलकर लाया था। व्यापारी द्वारा गेहूं को तोलकर लाया गया था। व्यापारी
द्वारा गेहूं को तोल किया तो गेहूं 20 किलो कम वजन निकला। जानकारी मिलते ही
साथ आए किसानों ने अपने अनाज को तोल करने को कहा तो मंडी में से व्यापारी
भागने लगे। इसके बाद किसानों ने मंडी प्रशासन से मांग कि है कि व्यापारियों
के तोलकांटे जप्त कर पुलिस थाने में जांच करवाए और उचित कार्रवाई करें।
भाव ज्यादा माल कम :- छोटे
व्यापारियों को भी मंडी में बिठाया जा रहा है। जिस कारण से छोटे व्यापारी
बड़े व्यापारियों की प्रतिस्पर्धा में ठहर नहीं पाते है। जिस कारण वे माल
खरीद नहीं पाते है। वहीं कुछ व्यापारी भाव अधिक देकर तोल में अंतर कर देते
है। इस कारण छोटे व्यापारी अपना जीवन यापन करने में परेशानी महसूस कर रहे
है। मंडी प्रावधानों के अनुसार 5 किलों से कम का व्यवसाय बाजार में करने की
छूट है। किंतु मात्र पेटलावद में मंडी द्वारा यह छूट नहीं दी गई है। जबकि
रायपुरिया और अन्य बड़े सेंटरों पर खुले आम बड़ा मात्रा में माल लिया जा रहा
है।  जिसके लिए छोटे व्यापारी इसमें छूट चाहते है और उनका कहना है कि हम 5
किलों से कम सामग्री बाजार में खरीदने की अनुमति दी जाए और अगले दिन हम
मंडी में निलामी में बेच सकते है।
इसी वर्ष  प्रारंभ हुई है मंडी :- पेटलावद
मंडी इसी वर्ष प्रारंभ हुई थी। बड़ी मशक्कत के बाद मंडी की ओर किसानों का
रूझान बढ़ा था। किंतु इस प्रकार की लूट खसोट के कारण मंडी को नियमित चालू
रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं मंडी में केवल पेटलावद
के व्यापारियों को ही जबरन बिठाया जा रहा है। जिसका भी व्यापारियों द्वारा
विरोध किया जा रहा है क्योंकि क्षेत्र में अन्य बड़े सेंटरों पर अनाज व
कपास की खरीदी खुले रूप से बाजार में हो रही है। जिस कारण से किसान मंडी
में न आ कर बाजार में ही अपना माल बेच रहे है।  जिसका नुकसान पेटलावद के
व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है। व्यापारियों की भी मांग है कि पूरे
क्षेत्र में एक साथ बाजार में खरीदी बंद कर मंडी में ही खरीदी की जाना
चाहिए। 
मंडी अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में हम उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगें।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!