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करणी सेना ने सौपा ज्ञापन, उचित जांच करवाई जाने की रखी मांग, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, मामला गांव गुमानपुरा का…

सरदारपुर -धार। ग्राम गुमानपुरा में ठाकुर समाज के विजयसिंह राठौर की मृत्यू होने के बाद उनके परिजन कांग्रेस नेताओ के जिला पुलिस से मिले थे एवं कांग्रेस नेताओं ने मामले में द्वेषता पूर्ण तरीके से बनाए गए आरोपियों को लेकर चर्चा की व मामले की जांच करवाने की मांग भी रखी थी। वहीं राष्ट्रिय राजपूत करणी सेना ने उक्त मामले में जिला पुलिस अधिक्षक बिरेन्द्रसिंह को ज्ञापन सौपा एवं मामले की जांच करवाने की मांग गई।
करणी सेना द्वारा सौपे गए ज्ञापन में बताया की प्रार्थीगण धर्मेन्द्रसिंह पिता स्वं. विजयसिंह राठौर, कृष्णपालसिंह, रमेश पिता बाबुलाल, मन्नालाल पिता श्यामाजी, शंकरलाल पिता श्यामा जी  गुमानपुरा थाना सरदारपुर के निवासी है। उक्त प्रार्थीगण कृषक, इज्जतदार होकर इनके उपर ग्राम तिरला निवासी मालती पति संजय द्वारा प्रार्थीगणों की जमीन हड़पने के लिये इन्है असत्य रूप से बलात्कार के प्रकरण में फसाने की धमकियां दी थी। जिसके बारे में प्रार्थीगणो द्वारा पुलिस अधिक्षक कार्यालय धार में दिनांक 19 नवम्बर 2016 को आवेदन दिया गया था। उसके बाद असत्य रिपोर्ट धारा 376 की 22 दिसम्बर 2016 को सरदारपुर थाने में दर्ज कराई गई। त्वरीत जांच के लिये 23 जनवरी 2017 को पुनः पुलिस अधिक्षक को आरोपीगणों के किये गये अनुबंध पत्र के साथ में आवेदन पत्र दिया था कि मालती पति संजय निवासी तिरला उन्हें असत्य रूप से बलात्कार के प्रकरण में फसाना चाहती है। अतः प्रार्थीगणों के विरूद्ध बिना जांच किये बलात्कार का प्रकरण दर्ज नही किया जा। लेकिन थाना सरदारपुर द्वारा प्रार्थीगणों द्वारा पुलिस अधिक्षक के दिए गए आवेदन की अनदेखी कर महिला की रिपोर्ट के अधारा पर प्रार्थीगणों के विरूद्ध झुठा प्रकरण दर्ज कर प्रार्थीगणों को गिरफ्तार करने के लिये परेशान करने लगे जिसमें 3 लोगो को पुलिस द्वारा असत्य प्रकरण में जेल भेज दिया गया। स्वं. विजयसिंह राठौर कांग्रेस के एक कद्दावर नेता होकर समाज व क्षैत्र में उनकी इज्जत थी पुलिस द्वारा बिना कोई ठोस साक्ष्य के स्वं. विजयसिंह के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया उससे आहत होकर स्वं. विजयसिंह को इतना अधिक मानसिक तनाव पैदा हुआ जिसके कारण दिनांक 11 मई 2017 को हृदयघात हो जाने से निधन हो गया। पुलिस अधिक्षक को दिनांक 19 नवम्बर 2016 व 23 जनवरी 2017 को दिये गये आवेदन कि यदि जांच पूर्ण होने के पश्चात सत्य या असत्य निराकरण होता तो स्वं. विजयसिंह की मृत्यु हृदयघात से नही होती।  ऐसे में स्वं. विजयसिंह की मृत्यु आवेदन की जांचकर्ता द्वारा बरती गई लापरवाही का परिणाम है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि प्रार्थीगणों के विरूद्ध दर्ज असत्य प्रकरण खारिज रिपोर्ट न्यायालय में पेश की जाए तथा अब इस असत्य प्रकरण की किसी अन्य व्यक्ती की गिरफ्तारी नही कि जाए। उक्त प्रकरण में उचित जांच करवाई जाए अन्यथा राष्ट्रिय राजपूत करणी सेना उग्र आंदोलन पर उतर आयेगी। इस दौरान करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष जिवनसिंह शेरपुर, जिला अध्यक्ष  राजेन्द्रसिंह सलवा, धरमेन्द्रसिंह मुलथान, कमलसिंह राठौर, लोकेन्द्रसिंह शक्तावत आदी करणी सेना के पदाधिकारी एवं समाजजन उपस्थित रहें।

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