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धार में कांग्रेस व आंदोलनकारियों ने किया प्रदर्शन, सांकेतिक गिरफ्तारी देकर सौंपा ज्ञापन, एसडीएम कोर्ट में मामले पर हुई बहस, डुब क्षेत्र से दूर रहने का इंकार, प्रशासन रहा अलर्ट…

धार। जिले में प्रवेश के दौरान बुधवार शाम को पीथमपुर से गिरफ्तार मेघा पाटकर की जमानत गुरूवार को भी नहीं हो पाई। एसडीएम न्यायालय मे पाटकर के वकीलो ने बॉड भरने से इंकार कर दिया। जिसके बाद सुनवाई की तारिख 17 अगस्त तय की गई थी। पाटकर के अधिवक्ता धीरज दिक्षीत ने सुश्री पाटकर के खराब स्वस्थ्य का हवाला दिया। इसके साथ ही गिरफ्तारी के दौरान पुलिस के साक्ष्यो के प्रतिपरीक्षण की मांग की। जिसके बाद कल शुक्रवार 11 अगस्त की तारिख निर्धारीत की गई है। कल पाटकर की गिरफ्तारी के दोरान मौजूद पुलिसकर्मीयों के बयान और अन्य साक्ष्यों का प्रतिपरीक्षण होगा। दरअसल मेघा पाटकर की गिरफ्तारी के बाद संभावीत प्रदर्शन और उनके अधिवक्ताओं द्वारा  जमानत के प्रयास के मद्देनजर पुलिस ने बुधवार शाम को गिरफ्तारी के बाद ताबडतोड धारा 151 की कार्यवाही और 107- 16 के मामले की जांच करते हुए मौजूद लोगो के साक्ष्य-बयान एकत्रित कर लिए थे। इसको लेकर नर्मदा बचाओं आंदोलन के लोगों व कांग्रेस ने दो अलग-अलग ज्ञापन सौंपे। जिसके बाद सां‍केतिक रुप से गिरफ्तारी दी गई।

डुब क्षेत्र से दूर रहने का इंकार-
गुरुवार को पाटकर की जमानत के दौरान अधिवक्ताओं ने कई तर्क रखे। इस दौरान यह भी कहा गया है की पीथमपुर पुलिस को शांति भंग होने का अंदेशा था। इसके चलते उन्होने गिरफ्तारी करते हुए कार्यवाही की थी। पीथमपुर पुलिस के थाना क्षेत्र में प्रवेश नहीं करेगे इस बात का बॉड जमा कर सकते है। हालाकि यह तर्क सुने गए। न्यायालय पाटकर की जमानत के मामले में बॉड के तोर पर पाटकर के डुब क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने का लीखित वादा चाहता है। डुब क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने की शर्त के बाद पाटकर के अधिवक्ताओं ने बॉड भरने से इंकार कर दिया। बॉड नही भरने के कारण जमानत नही हो पाई। वही मामले की अगली सुनवाई के लिए 17 अगस्त तारिख निर्धारित की गई थी। जिसके बाद अधिवक्ताओ के आवेदन के बाद प्रकरण बोर्ड पर साक्ष्य प्रतिपरीक्षण के लिए शुक्रवार को रखा गया है।

एसडीएम कार्यालय के बाहर पहुंचकर 20 मिनट दिया धरना –
आज सुबह से ही कलेक्टोरेट के मुख्य दरवाजे को प्रशासन द्वारा बंद करवाकर उससे कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग करवा दी थी। ऐसे में पैदल जाने वालों को एक-एक कर जाने दिया जा रहा था, इसी बीच करीब 150 आंदोलनकर्ता पहले धीरे-धीरे अंदर पहुंचे। इसके बाद मुख्य दरवाजे से प्रमुख 6 आंदोलन कारियों को अंदर आता देखकर सभी लोगों ने एसडीएम कार्यालय की ओर दौड लगा दी। एकाएक दौड को देखकर प्रशासन अलर्ट हुआ, तथा एसडीएम कार्यालय के दरवाजे को बंद कर दिया गया। जिसके बाद सभी आंदोलन कारी मुख्य दरवाजे के बाहर ही धरना देकर बैठ गए। जहां पर सरकार व प्रशासन को लेकर ज्रमकर नारेबाजी की, इसके बाद कुक्षी विधायक पहुंचे। तथा सभी आंदोलन कारियों को अपने साथ लेकर त्रिमूर्ति पहुंचे। यहां पर सभी लोग एकत्रित हुए तथा साथ में एक रैली कलेक्टोरेट तक निकाली।
जिला कांग्रेस ने सौपा ज्ञापन,  पाटकर की रिहायी और आर्दश पुनर्वास की मांग –
मेघा पाटकर की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार का दिन जिला मुख्यालय पर प्रशासन के अधिकारियों के लिए मशक्कत भरा रहा। रिहायी की मांग को लेकर  डुब प्रभावितो ने गुरूवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री चौहान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डुब क्षेत्र नहीं खाली करने बात कही। इधर पाटकर की गिरफ्तारी के बाद बुधवार शाम से सक्रिय कुक्षी विधायक सुरेन्द्रसिंह बघेल को जिला कांग्रेस और अन्य नेताओ का समर्थन मिला।  डुब क्षेत्र में आर्दश पुनर्वास ओर पाटकर की रिहायी की मांग को लेकर जिला कांग्रेस ने धार में प्रदर्शन किया। इस दोरान पाटकर के साथ अपराधी जैसे व्यवहार को लेकर सरकार पर जमकर तंज कसे। प्रदर्शन के दोरान कुक्षी के कांग्रेस विधायक सुरेन्द्रसिंह बघेलकांग्रेसी नेता मुजीब कुरैशीपुर्व विधायक प्रताप ग्रेवाल सहित नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुडे कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया। इस दोरान प्रशासन के अधीकारियो को एक ज्ञापन सौपा गया। कांग्रेस के प्रदर्शन में पार्षद शंकर चौहानपार्षद जसबीर छाबडायुका नेता राजेशसिंह पटेलसंजय भिडोदियाकामरान कुरैशी सहित दर्जनो लोग मौजूद थे।

गिरफ्तारी देकर किया रिहा – 
आंदोलन नेत्री के समर्थन में आए लोगों ने व कांग्रेस ने दो अलग-अलग ज्ञापन सौंपे। जिसके बाद कांग्रेस नेता मुजीब कुरैशी ने माइक में 2 हजार लोगों के सांकेतिक रुप से गिरफ्तारी देने की बात कही। जिसपर एसडीएम ने सांकेतिक गिरफ्तारी लेकर मौके पर ही रिहा करने की बात भी कही।

सुको का आदेश मान्य पर आर्दश पुनर्वास पहले-गौतम
गुरूवार को जेल पर नर्मदा बचाओ आंदोलन की मुख्य नेतृत्वकर्ता मेघा पाटकर से जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम ने मूलाकात की। इस दोरान कुक्षी विधायक श्री बघेल और पाटकर के अधिवक्ता भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष गौतम ने कहा की सर्वोच्च न्यायालय के डुब प्रभावित क्षेत्र को लेकर फेसले का विरोध नही है। डुब क्षेत्र में पुनर्वास को लेकर जो स्थितिया शासन द्वारा बताई जा रही है वह सही नही है। डुब प्रभावित परिवारो का आर्दश पुनर्वास इससे जुडी शिकायतो का निराकरण और प्रभावित गावों के लोगो के रोटी-रोजगार के लिए व्यापारिक बाजार के निर्माण तक उनको हटाने का विरोध है। मेघा पाटकर के साथ  अपराधियो जैसे व्यवहार की काग्रेस निंदा करती है। डुब प्रभावितो के साथ अंतिम संर्घष  तक कांग्रेस उनके साथ कांधे से कांधा मिलाकर साथ देगी।

जिला जज के सामने पहुंचा गेट बंद करने का मामला –
पाटकर की बुधवार को गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को शहर में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्गों पर पुलिस ने बेरिकेटस लगा दिए। वही कलेक्ट्रेट कैम्पस में प्रवेश का मुख्य द्वार बंद कर दिया। गेट बंद करने के बाद भी करीब 50 मीटर की दूरी पर बेरिकेटस लगाकर प्रदर्शनकारियों को कैम्पस में रोकने के इंतजामात किए गए। इधर मुख्य प्रवेश द्वार बंद होने के बाद जिला न्यायालय में प्रवेश करने वाले अधिवक्ताओंपक्षकारो और अन्य आम लोगो को परेशानी हुई। दरअसल चाणक्यपुरी के जिस मुख्य मार्ग से कार्य से आने वाले लोगो को कैम्पस में  प्रवेश दिया गया। यह मार्ग पुर्णत:  जीर्णशीर्ण हो गया है। रास्ता खराब होने के साथ सकरा भी है। इस मार्ग की दोनो पुलीयाएं जीर्णशीर्ण हो चुकी है। इस मार्ग से गुजरने के कारण कई मर्तबा चोपहिया वाहनो से जाम की स्थिति बनी। इधर बार-बार मुख्य द्वार प्रदर्शन के कारण बंद करने से नाराज अधिवक्ताओ ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सुनहरे को प्रशासन की इस कार्यवाही से अवगत कराते हुए हस्तक्षेप करने की मांग की।  
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