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राजगढ़ – पर्वाधिराज पर्युषण पर्व 19 अगस्त से प्रारंभ, छोटी उम्र में धर्म संस्कार मिले तो बच्चा अपने कुल का नाम रोशन करता है – पुज्या श्री सुनिता जी…

राजगढ़। आचार्य प्रवर पूज्य गुरूदेव श्री उमेशमुनि जी म.सा. के सुशिष्य प्रवर्तक पुज्य श्री जिनेन्द्रमुनि जी म.सा. के आज्ञानुवर्ती पुज्या श्री मधुबाला जी म.सा. आदी ठाणा-7 महावीर स्थानक भवन में चातुर्मास आराधना हेतु विराजीत है। पुज्या श्री मधुबाला जी म.सा. ने धर्मसभा में फरमाया कि 19 अगस्त को पर्वाधिराज पर्युषण पर्व का प्रारंभ होगा। आठो दिन पर्व में त्याग पचखाण लेकर धर्म आराधना करनी चाहिए। अपने तन का श्रृंगार कर जीवन में अपनी आत्मा को सजाना। वहीं पुज्या श्री सुनिता जी म.सा. ने बताया कि पर्व के दिनों में अपने बच्चों को धर्म स्थानक लाकर धर्म के मार्ग से जोड़ना चाहिए। बच्चा यदि एबीसीडी याद कर अपने माता – पिता को सुनाता है तो उन्हें अच्छा लगता है। मगर बच्चें से 24 तीर्थकर का नाम पुछे तो उसे याद नही रहता है। बच्चें को छोटी उम्र में धर्म संस्कार मिले तो वह अपने कुल का नाम रोशन करता है।



स्थानक समाज के हितेश वागरेचा ने बताया कि 19 अगस्त से पर्वाधिराज पर्युषण पर्व प्रारंभ हो जायेगा। पर्व में अच्छी धर्म आराधना करनी चाहिए। वहीं श्रीमती भारती खाबिया के आज 28 उपवास एवं श्रीमती समीक्षा लुणावत के आज 26 उपवास मासक्षमण के और आगे, कु. सोनम वागरेचा के आज 8 उपवास पूर्ण हुए। श्रीमती भारती खाबिया का तपस्या से बहुमान किया गया। श्रीमती शांता बेन इंदौर 21 उपवास, श्रीमती टीना जैन झाबुआ 11 उपवास, पंकज विणायक्या 6 उपवास, श्रीमती मधु खाबिया 31 उपवास अलग- अलग, श्रीमती मंजु बेन पावेचा 36 उपवास इन सभी ने खाबिया का तपस्या कि बोली से बहुमान किया। वहीं श्रीमती भारती खाबिया का बहुमान श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, अर्चना महिला मण्डल, अणु प्रवीण मण्डल आदी ने किया। अभिनंदन का वाचन एसकुमार बुरड़ ने किया। पुज्या श्री मधुबाला जी म.सा. के मामाजी चांदमल विणायक्या (इंदौर) का बहुमान श्री संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र मुणत ने किया। कुशलगढ़ के सुभाष जैन का बहुमान पंकज मामा ने किया। दाहोद के गौतम जैन का बहुमान एसकुमार ने किया। राजगढ़ मनीष खाबिया का बहुमान ज्ञानेन्द्र मुणत ने किया। कु. सोनम वागरेचा के 8 उपवास का बहुमान तपस्या की बोली लगा कर किया। एसकुमार बुरड़ ने 8 उपवास, श्रीमती श्वेता मेहता ने 30 उपवास (अलग-अलग) से लिया। आज का स्वामीवात्सल्य का व एकासण का लाभ अजित कुमार रतनलाल खाबिया की और से  लिया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण वागरेचा ने किया। वहीं आज दर्शन के लिए इंदौर, दाहोद, कोद, झाबुआ, कुशलगढ़ आदी स्थनों के भक्त पधारे थे।

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